नयी दिल्ली, 23 अक्टूबर (वार्ता) दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लोगों को अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से एलएनजेपी अस्पताल में 1500 बेड के मल्टी स्पेशियलिटी ब्लाॅक की शुक्रवार को आधारशिला रखी।
श्री केजरीवाल ने कहा कि दो-ढाई साल के अंदर 1500 बेड जुड़ने के बाद एलएनजेपी 3800 बेड का हो जाएगा, जो अत्याधुनिक डिजाइन और आधुनिक चिकित्सा बुनियादी ढांचे के साथ देश का सबसे बड़ा अस्पताल होगा। सभी सुविधाओं से युक्त 1500 बेड बनाने में करीब 450 करोड़ रुपए खर्च आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि वह सभी योजनाओं को समय से पूरा करने के साथ ही पैसे भी बचा रहे हैं, जबकि अन्य राज्य सरकारों के प्रोजेक्ट पूरे होने में 10-10 साल लग जाते हैं और 200 करोड़ का बजट है, तो बढ़ कर हजार करोड़ का हो जाता है।
श्री केजरीवाल ने कहा कि पिछले पांच साल में हम एक-एक करके बहुत सारी नई-नई सुविधाएं दिल्ली के अंदर जोड़ते जा रहे हैं और उसी क्रम के अंदर अब एलएनजेपी अस्पताल के अंदर एक तरह से बहुत ही अत्याधुनिक ब्लाॅक जोड़ा जा रहा है। अस्पताल में आपको दुनिया की सबसे अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। पूरा अस्पताल वातानुकूलित होगा और इसका खर्चा करीब 30 लाख रुपए प्रति बेड है, अर्थात एक बेड बनाने का खर्च करीब 30 लाख रुपए आ रहा है और 1500 बेड बनाने में करीब 450 करोड़ रुपए का खर्च आ रहा है। देश के अंदर इस वक्त चाहे केंद्र सरकार या कोई राज्य सरकार हों, कहीं पर भी जो अस्पताल बन रहे हैं, उसमें खर्चा सवा करोड़ रुपए से डेढ़ करोड़ रुपए प्रति बेड आता है
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कोरोना काल के अंदर एलएनजेपी अस्पताल ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है। अस्पताल के सभी डाॅक्टर और नर्सों को मैं दिल्ली और देश की जनता की तरफ से सलाम करता हूं। इस दौरान हमारे कुछ डाॅक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ शहीद भी हो गए, हम उनकी शहादत को भी सलाम करते हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में कुछ दिनों से प्रदूषण बढ़ गया और ‘रेड लाइट आन, गाड़ी ऑफ’ अभियान वाहन प्रदूषण को कम करने की दिशा में एक कदम है। दिल्ली के सभी लोगों से इस अभियान का हिस्सा बनने और दूसरों को भी जागरूक करने की अपील की गई है। पड़ोसी राज्यों से पराली का धुंआ आता है, उस वजह से प्रदूषण बढ़ जाता है। बाहर वाले धुंआ पर हमारा अपना नियंत्रण नहीं है, लेकिन दिल्ली का धुंआ हम सब मिलकर कम कर सकते हैं, इसके लिए दिल्ली सरकार की तरफ से कई सारे कदम उठाए जा रहे हैं। दिल्ली में सबसे ज्यादा धुंआ वाहनों का होता है। दिल्ली सरकार द्वारा पूरे दिल्ली में अभी यह अभियान चल रहा है कि अगर रेड लाइट है और आप रूकते हो, तो अपनी गाड़ी को आप बंद कर लो। एक औसत देखा गया कि जब एक व्यक्ति अपने घर से निकलता है और शाम तक घर पहुंचता है, तो वह करीब 20 से 25 मिनट तक वह रेड लाइट पर गुजारता है और इस दौरान अगर उसकी गाड़ी चालू हालत में रहती है, तो उससे काफी प्रदूषण होता है। अगर हम उस समय अपनी गाड़ी बंद कर लें, तो प्रदूषण से भी निजात मिलेगी और तेल की भी बचत होगी,
इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि आज बहुत ही खुशी का दिन है। आज हम एलएनजेपी हॉस्पिटल में 1500 बेड का मेडिकल ब्लॉक बनाने के लिए आधारशिला रख रहे हैं। इस ब्लाॅक को बनाने के लिए अस्पताल के अंदर बहुत थोड़ी सी जगह है, जहां 50 बेड बनाना भी मुश्किल काम लगता है और हम उतनी ही जगह में 1500 बेड बनाए जा रहे हैं। यह देश की सबसे ऊंची हॉस्पिटल बिल्डिंग होगी। यह अस्पताल 25 मंजिला होगी, जिसमें तीन मंजिल जमीन के नीचे होगी और 22 मंजिल जमीन के ऊपर बनाई जाएगी।
इस कार्यक्रम के दौरान क्षेत्रीय विधायक शोएब इकबाल, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अनिल अग्रवाल, स्वास्थ्य सचिव संदीप कुमार, चीफ इंजीनियर संजीव रस्तोगी, सेंट्रल दिल्ली के जिलाधिकारी आर. गोपी कृष्णन, मेडिकल डाॅयरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।
आजाद जितेन्द्र
वार्ता