राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Mar 24 2020 5:31PM कोरोना से थमा महोबा का खनन कारोबार
महोबा 24 मार्च (वार्ता) कोरोना वायरस के खौफ के चलते उत्तर प्रदेश में महोबा जिले के बहुचर्चित ग्रेनाइट खनिज उद्योग में तालाबंदी कर दी गई है। मजदूरों में संक्रमण फैलने की आशंका से पहाड़ो में खनन कार्य रोक दिया गया है वही ग्रिट उत्पादन करने वाले क्रेशर प्लांट बंद करा दिए गए है।
जिला खनिज अधिकारी रणवीर सिंह ने मंगलवार को बताया कि कोरोना के मद्देनजर सूबे के डेढ़ दर्जन जिलों में लॉक डाउन होने तथा परिवहन सेवाएं स्थगित होने से जिले के खनिज उद्योग पर व्यापक असर हुआ है। महानगरों में ग्रिट की बिक्री रुक जाने से इसकी मांग में भारी गिरावट आई है। परिणाम स्वरूप यहां ग्रिट उत्पादक साढ़े तीन सौ से अधिक स्टोन क्रेशरों के पहिये थम गए है। व्यापार ठप हो जाने पर क्रेशर संचालकों ने अपने स्टाफ की छुट्टी कर उन्हें घर बैठा दिया है। उधर दूसरी ओर कच्चे माल की मांग न निकलने पर पट्टाधारकों ने भी पहाड़ो में खनन कार्य रोक दिया है ओर मजदूरों की छुट्टी कर दी है।
उन्होने बताया कि मौजूदा समय मे जिले में बड़ी संख्या में खनन पट्टे रिक्त है जिन्हें भरे जाने की प्रक्रिया चल रही है। फिर भी यहां कबरई,कुलपहाड़,पनवाड़ी,चरखारी क्षेत्र में इस समय एक सैकड़ा खनन पट्टे संचालित है।करीब दस हजार से अधिक मजदूर विभिन्न प्रकार से खनिज ब्यवसाय से जुड़ा है।
जिले के खनिज विभाग ने व्यापार में रुकावट को देखते हुए खनिज उद्यमियों को कोरोना वायरस से सतर्कता बरतने के उपाय अमल में लाने का सुझाव दिया है। साथ ही मामले में प्रभावी रोक के लिए सूबे के खनिज निदेशालय से अभी फिलहाल पट्टाधारकों को ओटीपी निर्गत करने पर रोक लगाने की भी मांग की है।
सं प्रदीप
वार्ता