मुंबई 02 अप्रैल (वार्ता) सूक्षम ऋण का कारोबार करने वाले एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक (एयू एसएफबी) ने कहा है कि फिनकेयर स्मॉल फाइनेंस बैंक (फिनकेयर एसएफबी) का उसके साथ एकीकरण की प्रक्रिया पूरी हो गयी है।
बैंक के एक बयान के अनुसार भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा इस 04 मार्च को जारी निर्देशों के अनुसार यह विलय पहली अप्रैल से प्रभावी हुआ है। बैंक ने कहा है कि इस एकीकरण से उन्हें भौगोलिक उपस्थिति मजबूत करने, अलग-अलग खंड के ग्राहकों की अच्छी सेवा करने और ज्यादा उत्पाद पेशकश करने का लाभ मिलेगा और वे अखिल भारतीय स्तर पर एक रिटेल बैंकिंग फ्रेंचाइजी स्थापित कर सकेंगे।
पूरी तरह शेयरों के लेन-देन के आधार पर इस विलय के करार की घोषणा 29 अक्टूबर, 2023 को की गई थी। इसके तहत फिनकेयर एसएफबी के शेयरधारकों को उनके हर 2000 शेयर के लिए एयू एसएफबी के 579 शेयर मिलेंगे।
इससे पहले इस करार को 23 जनवरी, 2024 को भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग की मंजूरी मिली थी।
विज्ञप्ति के मुताबिक इस विलय के बाद एयू एसएफबी का ग्राहक आधार एक करोड़ से अधिक हो जाएगा और उसके कर्मचारियों की संख्या 43,500 से अधिक हो जाएगी। इस बैंक की अब 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2,350 से अधिक स्थानों पर मजबूत भौतिक उपस्थिति बन गया है।
बैक के पास जमा राशि का आधार 89,854 करोड़ रुपये और ( 31 दिसंबर, 2023 की स्थिति के अनुसार) बैंक के लेखा-जोखा 1,16,695 करोड़ रुपये हो गया है।
फिनकेयर एसएफबी के पूर्व प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राजीव यादव को एयू एसएफबी के डिप्टी सीईओ के रूप में नामित किया गया है। इसके अलावा, एयू एसएफबी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर उत्तम टिबरेवाल को एयू एसएफबी के उप-मुख्य अधिशासी अधिकारी और अधिशासी निदेशक बनाया गया है।
एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक के संस्थापक प्रबंध निदेशक एंव मुख्य अधिशासी, संजय अग्रवाल ने कहा, “यह विलय न केवल दो संस्थाओं के एकीकरण का प्रतिनिधित्व करता है, बल्कि भारत में बैंकिंग में श्रेष्ठता को फिर से परिभाषित करने के लिए हमारी साझा दृष्टि का भी प्रतिनिधित्व करता है।” उन्होंने इस विलय को तेजी से मंजूरी प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार, रिजर्व बैंक और विनियामकीय संस्थाओं के प्रति आभार जताया।
मनोहर. उप्रेती
वार्ता