IndiaPosted at: Jul 17 2017 12:45PM राष्ट्रहित के फैसले करके मानसून सत्र को सार्थक बनायेंगे सांसद: मोदी
नयी दिल्ली 17 जुलाई (वार्ता ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र को कई दृष्टि से अहम बताते हुए विश्वास व्यक्त किया कि सभी राजनीतिक दल एवं सांसद उत्तम स्तर की चर्चा और राष्ट्रहित के फैसले करके इसे सार्थक बनाने का प्रयास करेंगे। श्री मोदी ने संसद की बैठक शुरू होने से पहले संसद भवन परिसर में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए इस सत्र को अहम बताया और कहा कि आगामी 15 अगस्त को आजादी की यात्रा के सात दशक पूरे हो रहे हैं । सत्र के दौरान ही नौ अगस्त को ‘अगस्त क्रांति’ तथा ‘भारत छोडो आन्दोलन ’ के 75 वर्ष पूरे हो रहे है। इसी सत्र में देश को नये राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को चुनने का अवसर मिलेगा । यह सत्र राष्ट्र जीवन के अत्यंत महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा कालखंड है। इसलिए यह स्वाभाविक है कि देशवासियों का इस मानसून सत्र पर विशेष ध्यान रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहा ,‘मुझे पूरा विश्वास है कि इस मानसून सत्र में सभी राजनीतिक दल अौर सभी मान्य सांसदगण राष्ट्रहित के महत्वपूर्ण फैसले करके और उत्तम स्तर की चर्चा करके इसे हर दृष्टि से सार्थक बनाने का प्रयास करेंगे । ’ किसानों को विशेष तौर पर याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा ,‘ मानसून सत्र के प्रारंभ में हम देश के उन किसानों को नमन करते हैं जो इस मौसम में कठोर परिश्रम करके देशवासियों के लिए खाद्य सुरक्षा का इंतजाम करते हैं।’ श्री मोदी ने कहा कि जिस तरह गर्मी के बाद पहली बारिश मिट्टी में नयी सु्गंध भर देती है, उसी तरह जीएसटी की सफल वर्षा से यह पूरा मानसून सत्र नयी सुगंध और नयी उमंग से भरा हुआ होगा। जब देश के सभी राजनीतिक दल और सरकारें सिर्फ और सिर्फ राष्ट्रहित के तराजू पर तौल करके निर्णय करती हैं तो राष्ट्रहित का कितना महत्वपूर्ण काम होता है यह जीएसटी की सफलता से साबित हो चुका है। उन्होंने कहा ,‘ जीएसटी की यह मूल भावना है कि सभी मिलकर मजबूती से आगे बढें ’ । उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह सत्र भी जीएसटी की इसी भावना के साथ आगे बढेगा । नीलिमा . टंडन वार्ता