राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Apr 2 2024 7:19PM एनटीपीसी ने वित्तीय वर्ष 23-24 में कोयला उत्पादन और डिस्पैच में शानदार प्रदर्शन कियारांची, 02 अप्रैल (वार्ता)एनटीपीसी लिमिटेड, भारत की अग्रणी एकीकृत विद्युत उपयोगिता कम्पनी ने वित्तीय वर्ष 23-24 में 31 मार्च तक 34.39 एमएमटी के रिकॉर्ड कोयला उत्पादन के साथ अपनी पांच परिचालन कैप्टिव कोयला खानों से शानदार प्रदर्शन दर्ज किया है। भारत सरकार द्वारा निर्धारित 34 एमएमटी के वास्तविक लक्ष्य को पार करते हुए 48.21% की महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है।कंपनी ने वित्तीय वर्ष 23-24 में 31 मार्च, 2024 तक 34.15 मिलियन मैट्रिक टन का प्रभावशाली कोयला प्रेषण हासिल किया, जिसमें 55.50% की वृद्धि हुई। इसके अलावा, इसने 1640 करोड़ रुपये का कैपेक्स उपयोग हासिल किया जो 1565 करोड़ के लक्ष्य का 104.8% है। इसके अलावा, एनटीपीसी कोयला खनन ने क्रमशः 1.8 एलएमटी (30.03.2024 को) और 1.29 एलएमटी (28.03.2024 को) का अब तक का सबसे अधिक एक दिन का कोयला उत्पादन और प्रेषण हासिल किया। कोयला उत्पादन केरेनदारी कोयला खनन परियोजना, एनटीपीसी की 5 वीं कैप्टिव माइन से शुरू हो गया है। एनटीपीसी की सभी कोयला खदानों ने अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर लिया है और उनसे अधिक कर लिया है तथा भविष्य में नए मानक स्थापित करने के लिए कमर कस ली है। दुलंगा कोयला खनन परियोजना ने कोयला मंत्रालय से 5 स्टार रेटिंग हासिल की है, और यह पिछले तीन वर्षों से देश की शीर्ष 3 खानों में से एक है। एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड (एनएमएल), एनटीपीसी लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी को कोयला मंत्रालय से सभी 6 कोयला खानों का वेस्टिंग ऑर्डर प्राप्त हुआ है और इसने कोयला मंत्रालय द्वारा आयोजित कोयला ब्लॉक नीलामी में उत्तरी दादू (पूर्व) कोयला ब्लॉक के लिए बोली जीती है। अब तक, एनटीपीसी ने अपनी पांच प्रचालनात्मक कैप्टिव कोयला खानों अर्थात झारखंड में पकरी बरवाडीह और चट्ट-बरियातू और केरेनदारी कोयला खदानों, ओडिशा में दुलंगा कोयला खान और छत्तीसगढ़ में तलाईपल्ली कोयला खान से लगभग 103+ मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) कोयले का उत्पादन किया है। एनएमएल एनटीपीसी थर्मल उत्पादन का 13% ईंधन भर रहा है, जिससे ऊर्जा आत्मनिर्भरता में योगदान दे रहा है और प्रति वर्ष 100 मिलियन टन की क्षमता तक पहुंचने की कल्पना करता है।एनएमएल राष्ट्र को विश्वसनीय और टिकाऊ बिजली देने के लिए प्रतिबद्ध है। कोयला उत्पादन और प्रेषण में यह उल्लेखनीय वृद्धि एनटीपीसी की प्रचालनात्मक उत्कृष्टता के प्रति समर्पण और भारत की ऊर्जा मांगों को पूरा करने में इसके योगदान का प्रमाण है। कंपनी अपने प्रदर्शन को और बढ़ाने और देश के ऊर्जा लक्ष्यों का समर्थन करने के लिए नवीन तकनीकों और सुरक्षा प्रथाओं को लागू करना जारी रखेगी।विनय वार्ता