बिजनेसPosted at: Sep 11 2018 4:46PM नीति आयोग के सदस्य ने लोगों की क्रय शक्ति बढाने पर जोर देते हुए कहा कि अर्थिक रुप से सुदृढ होने पर लोग उच्च गुणवत की वस्तुएं खरीद सकते हैं। कृषि उत्पादन के क्षेत्र में देश में हुयी प्रगति की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हरित क्रांति के बाद प्रति व्यक्ति 84 प्रतिशत उत्पादन बढा है। इस अवसर पर भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) मुख्य प्रबंधन सेवा अधिकारी माधवी दास ने पोषण को लेकर जागरुकता अभियान चलाने पर जोर देते हुए कहा कि कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने कहा कि न केवल शहरों बल्कि गांवों में भी लोगों की खानपान की आदते बदल रही है। ऐंसी स्थिति में प्रसंस्कृत खाद्य में कम मात्रा में वसा , नमक और चीनी का उपयोग जरुरी हो गया है । नेस्ले इंडिया के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन नें कहा कि सबसे अधिक बच्चे कुपेषण की समस्या से प्रभावित हैं । इस संबंध में उनकी कम्पनी गैर सरकारी संगठनों के साथ मिलकर काम कर रही है । इसके साथ ही दूध को फोर्टीफाइड किया जा रहा है ताकि लोगों को संतुलित मात्रा में विटामिन और सुक्ष्म पोषक तत्व मिल सके । वालमार्ट इंडिया के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकरी कृष अय्यर ने खाद्य पदार्थो के नष्ट होने पर गहरी चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि दुनिया में 45 प्रतिशत फल और सब्जियां तथा 30 प्रतिशत अनाज विभिन्न कारणों से नष्ट हो जाती है । इस समस्या का समाधान किसान , घरेलू महिलाएं और खुदरा दुकानदार भी कर सकते हैं ।अरुण/शेखरवार्ता