गन्नौर, (हरियाणा) 15 फरवरी (वार्ता) हरियाणा के कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनकर ने राज्य के किसानों से राष्ट्रीय राजधानी के बाजार का भरपूर फायदा लेने और इस पर अपना कब्जा जमाने का अनुरोध किया है।
श्री धनकर ने शुक्रवार को यहां चौथे हरियाणा एग्री लीडरशिप समिट का उद्घाटन करते हुए कहा कि हरियाणा दिल्ली से सटा है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को रोजमर्रा में सामानों की जरूरत है। किसान खाद्यान्न फसलों के अलावा फल, फूल, सब्जी, बागवानी, दूध और दुग्ध उत्पादन तथा डेयरी और मत्स्य की मांग पूरा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को बाजार की पहचान करनी होगी और उन्हें फसलों के बेहतर मूल्य लेने की तरकीब हासिल करनी होगी तभी वे अपने उत्पादों का भरपूर फायदा उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली का सालाना बाजार 36 हजार करोड़ रुपये का है, जिसका लाभ वे ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि गन्नौर में 600 एकड़ जमीन पर एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की बागवानी मंडी बनायी जा रही है जबकि गुरुग्राम में फूलमंडी और पिन्जौर में सेब बाजार विकसित किया गया है। हरियाणा तेजी से दूध उत्पादन के क्षेत्र में बढ़ रहा है, पिछले चार साल में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति दूध का उत्पादन 835 ग्राम से बढ़कर एक किलो पांच ग्राम हो गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा को दूध उतपादन में नंबर वन राज्य बनाना है और उसका लक्ष्य प्रति पशु औसत 10 लीटर दूध लेने का है। इस संबंध में ब्राजील के साथ एक उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित करने के कदम उठाये जा रहे हैं।
इस मौके पर केन्द्रीय इस्पात मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह ने कहा कि बिचौलियों को हटाये बिना किसानों को उनके उत्पादों का सही मूल्य नहीं मिल सकता है। मोदी सरकार ने इस दिशा में अनेक पहल की हैं और उनका लाभ किसानों को मिलने लगा है।
किसानों को अन्नदाता बताते हुए श्री सिंह ने कहा कि उन्हें भूखे नहीं रहने दिया जायेगा और उनकी संतानों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध करायी जायेंगी।
अरुण.श्रवण
वार्ता