नयी दिल्ली 13 नवंबर (वार्ता) पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने निवेशकों से भारत की विकास गाथा में भागीदार बनने और उसका लाभ उठाने के लिए आमंत्रित किया है।
श्री प्रधान ने सोमवार को आबु धाबी में डिस्कवर्ड स्मॉल फील्ड-II बोलियों के लिए रोड शो के दौरान कहा कि पिछले चार वर्षों में तेल और गैस के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हासिल की गयी हैं, परन्तु सर्वोत्कृष्ट प्राप्त करना बाकी हैं। कोई राष्ट्र, अंतर्राष्ट्रीय संगठन या कंपनी साझेदारी और सहयोग के बिना प्रगति नहीं कर सकता।
श्री प्रधान ने कहा कि भारत आज विश्व में तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता है। वैश्विक तौर पर ऊर्जा की मांग सबसे अधिक भारत में बढ़ने की संभावना है। वर्तमान में देश में तेल और गैस की मांग 22.9 करोड़ टन है जो 2040 में तीन गुना बढ़कर 60.7 करोड़ टन हो जायेगी। देश में अपस्ट्रीम तेल और गैस क्षेत्र में निवेश की अनेक संभावनाएं हैं।
उन्होंने कहा की भारत सरकार ने देश में ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नीतिगत फ्रेमवर्क को दुरूस्त किया है जिसमें समूची ऊर्जा मूल्य श्रृंखला को कवर किया गया है। श्री प्रधान ने कहा की सरकार ने कई तरह के अन्य नीतिगत सुधार भी किये है, जिनमें कोयला क्षेत्र , मिथेन नीति, तेल और गैस का उत्पादन बढ़ाने के उपाय आदि शामिल हैं।
श्री प्रधान ने कहा कि भारत गैस आधारित स्वच्छ अर्थव्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है। वर्तमान में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी समग्र ऊर्जा में अपेक्षाकृत कम हैं। उन्होंने कहा की देश में आठ अरब डॉलर से अधिक की गैस ढांचा परियोजनाएं कार्यान्वित की जा रही है। वर्ष 2022 तक ऊर्जा साधनों में प्राकृतिक गैस की हिस्सेदारी वर्तमान 6.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत पर ले जाने का है।
अरुण अर्चना
वार्ता