नयी दिल्ली, 14 जनवरी (वार्ता) फिल्म निर्माता राजकुमार हिरानी ने एक बयान जारी कर अपनी फिल्म 'संजू' में काम कर चुकी एक महिला के हाल ही में लगाये गये कथित यौन उत्पीड़न के आरोप को गलत, दुर्भावनापूर्ण और शरारती करार दिया है।
हिरानी का कहना है कि यह आरोप उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करने के एकमात्र इरादे से लगाया गया है।
मीडिया के लिये जारी बयान में हिरानी ने कहा,“ दो महीने पहले जब मुझे इन आरोपों के बारे में पता चला तो मैं हैरत में पड़ गया। मैंने उसी वक्त सलाह दी थी कि इस मामले को किसी समिति या कानूनी व्यक्तियों के समूह तक ले जाना चाहिए जबकि आरोप लगाने वाली महिला इसे मीडिया में ले गयी।”
हिरानी ने कहा, “ मैं जोरदार तरीके से कहना चाहता हूं कि यह गलत, दुर्भावनापूर्ण और शरारतपूर्ण आरोप है जिसका एकमात्र मकसद मेरी प्रतिष्ठा धूमिल करना है।”
सूत्रों ने कहा, “ महिला ने आरोप लगाया है कि हिरानी ने मार्च से सितंबर 2018 के बीच छह महीने तक उसका यौन उत्पीड़न किया।”
सूत्रों ने कहा, “ आरोप लगाने वाली महिला ने इस घटना की जानकारी तीन नवम्बर 2018 को एक ई-मेल के जरिये हिरानी की फिल्म 'संजू' के सह- प्रायोजक विधु विनोद चोपड़ा को दी थी। उसने ये ई-मेल विधु की पत्नी और फिल्म पत्रकार अनुपमा चोपड़ा के अलावा फिल्म के सह- लेखक अभिजीत जोशी को भी भेजा था। महिला ने दावा किया कि नौ अप्रैल 2018 को हिरानी ने पहले उसके प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी की और उसके बाद अपने घर में बने दफ्तर में उसका यौन उत्पीड़न किया।”
इन आरोपों के बाद हिरानी की फिल्म मुन्नाभाई 3' का काम फिलहाल रोक दिया गया है। नाना पाटेकर और तनुश्री दत्ता के बीच विवाद के बाद 2018 में 'मी टू आंदोलन' सुर्खियों में रहा था।
सं.श्रवण
वार्ता