भारतPosted at: May 27 2017 6:11PM कुपोषण दूर करने के लिए मेनका का अनाजों का पैकेट देने का सुझाव
नयी दिल्ली 27 मई (वार्ता ) केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज कहा कि आंगनवाडी केंद्रों में व्याप्त अनियमितताओं को देखते हुए बच्चों में कुपोषण की समस्या काे दूर करने के लिए उन्हें पके भोजन की बजाय साबूत अनाजों का पैकेट दिया जाना चाहिए । ‘ विश्व भूख दिवस’ की पूर्व संध्या पर गैर सरकारी संगठन ‘अक्षयपात्र फाउंडेशन ’ की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्रीमती गांधी ने कहा कि उत्तराखंड में इसका पायलट अध्ययन कराने पर अप्रत्याशित परिणाम आये । इन पैकेटों में पोषक तत्व होने के कारण इनका सेवन करने वाले बच्चों का वजन तीन माह में बढ गया । इनसे 600 से 1000 कैलोरी मिल जाती है । उन्होंने कहा कि इन पैकेटों के साथ जूस या दूध तथा ग्लूकोस के बिस्किट के पैकेट भी दिये जा सकते हैं। श्रीमती गांधी ने इसे अग्रगामी बताते हुए राज्य सरकारों से इसे अपनाने पर विचार करने को कहा । इससे चोरी भी रूकेगी और संसाधनों का दुरूपयोग भी नहीं होगा । उन्होंने ‘अक्षयपात्र फाउंउेशन ’ को इसका डिजायन तैयार करने की पेशकश करते हुए कहा कि सरकार इसमें सहयोग के लिए तैयार है । इससे पहले आंगनवाडी केंद्रों में व्याप्त अनियमितताओं का जिक्र करते हुए श्रीमती गांधी ने बताया कि असम में फर्जीवाडा करके नौ लाख बच्चों के नाम पर खाना बांटा जा रहा था जबकि ये बच्चे थे ही नहीं । हिमाचल प्रदेश में पोषक तत्वों के नाम पर एक स्थानीय पकौडेवाला बच्चों काे पकौडे खिला रहा था । मध्यप्रदेश में कच्चा चावल खिलाया जा रहा था । उन्होंने बताया कि अांगनवाडी वर्करों द्वारा राशन गायब करने की भी शिकायतें पायीं गयीं । नीलिमा अरविंद वार्ता