Sunday, Apr 28 2024 | Time 19:11 Hrs(IST)
image
राज्य » जम्मू-कश्मीर


कश्मीर के नेताओं ने सीएए को लेकर भाजपा पर साधा निशाना

श्रीनगर, 12 मार्च (वार्ता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला समेत जम्मू-कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं ने मंगलवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लागू करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा।
सुश्री मुफ्ती ने जहां आरोप लगाया कि इसे एक और ‘विभाजन’ करने के लिए लागू किया गया है, वहीं श्री अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए धार्मिक ‘कार्ड’ का उपयोग करने की कोशिश कर रही है।
गृह मंत्रालय की ओर से नागरिकता संशोधन नियम, 2024 को अधिसूचित किये जाने के एक दिन बाद पीडीपी प्रमुख ने सोशल मीडिया के जरिये भाजपा पर निशाना साधा।
पीडीपी प्रमुख ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भाजपा विभाजन के 77 साल बाद अब भी हिंदू महासभा के दो राष्ट्र सिद्धांत की अवधारणा पर कायम है। अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने हमारे लोगों के बीच एक और विभाजन करवाने के लिए सीएए लागू किया है।”
सुश्री मुफ्ती ने कहा, “मामला माननीय उच्चतम न्यायालय में लंबित होने के बावजूद इसके कार्यान्वयन में अचानक की गयी यह जल्दबाजी इसकी चौतरफा विफलताओं से ध्यान हटाने और लोगों को नफरत की राजनीति में शामिल करने का एक हताश प्रयास है। मैं सभी समुदायों, विशेषकर मुसलमानों से अपील करती हूं कि वे उनके जाल में न फंसें।”
श्री अब्दुल्ला ने कहा कि चुनाव से पहले सीएए को अधिसूचित करना मुसलमानों के प्रति भाजपा की गलत मंशा को उजागर करता है। उन्होंने कहा, “लोकसभा चुनाव की घोषणा से कुछ दिन पहले इसे (सीएए) अधिसूचित करना इसके पीछे के वास्तविक उद्देश्य को दर्शाता है। भाजपा ने हमेशा मुसलमानों को निशाना बनाया है और अब उसने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए संसदीय चुनावों से पहले धार्मिक कार्ड खेला है।”
एनसी उपाध्यक्ष ने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव में 400 सीटें जीतने का दावा कर रही है और वे यह भी दावा कर रहे हैं कि राम मंदिर बनाने के बाद वे कभी चुनाव नहीं हारेंगे,
लेकिन कहीं न कहीं ऐसा लगता है कि उनकी स्थिति कमजोर है और इसीलिए वे दिन-ब-दिन नये हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं। भाजपा ने चुनाव से पहले सीएए को अधिसूचित करके देश के मुसलमानों को रमजान का तोहफा दिया है।
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने सुश्री मुफ्ती पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका बयान एक बार फिर उनकी ‘विभाजनकारी’ राजनीति काे दर्शाता है। ऐसा लगता है कि सुश्री मुफ्ती को सीएए के झटके महसूस हो रहे हैं क्योंकि वह इसके लाभों और प्रयोजनीयता से अनभिज्ञ दिखती हैं। उनका बयान भ्रामक है और उनकी विभाजनकारी राजनीति का हिस्सा है। लोग इस बारे में काफी जागरूक और समझदार हैं कि सीएए पर क्या कदम उठाया गया है। जम्मू-कश्मीर में नफरत की राजनीति के लिए कोई जगह नहीं है।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता मोहम्मद यूसुफ तारिगामी ने कहा कि सीएए भारत के संविधान के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “धर्म, जाति या क्षेत्र के आधार पर कोई भेदभाव नहीं है। नागरिकता आस्था में बिना किसी किस्म के हस्तक्षेप के देश के प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार है, चाहे वह किसी भी धर्म, रंग, क्षेत्र या पृष्ठभूमि का हो।
उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पिछले 10 वर्ष से भाजपा सरकार ने धर्मनिरपेक्षता और भाईचारे को निशाना बनाया है। जम्मू-कश्मीर में पहचान छीनकर, लोगों के अधिकार छीनकर और धारा 370 को हटाकर जो किया गया, वह इसी नीति का हिस्सा है। सीएए सिर्फ देश के अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को निशाना बनाने के लिए है।
श्री तारिगामी ने कहा कि चुनाव से पहले सीएए को लागू करने का उद्देश्य देश में स्थिति का ध्रुवीकरण करना है। उन्होंने कहा, "यह अस्वीकार्य है...हमने तब भी इस अधिनियम का विरोध किया था और आज भी इसका विरोध करते है। देश को मत तोड़िए और 1947 में जो हुआ उसे मत दोहराइए... उसे अब दोहराया नहीं जाना चाहिए।”
यामिनी,आशा
वार्ता
More News
महबूबा ने चुनाव आयोग से किया अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर चुनाव न टालने का आग्रह

महबूबा ने चुनाव आयोग से किया अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट पर चुनाव न टालने का आग्रह

28 Apr 2024 | 6:23 PM

श्रीनगर, 28 अप्रैल (वार्ता) पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष एवं जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने रविवार को चुनाव आयोग (ईसीआई) से आग्रह किया कि मौसम के आधार पर अनंतनाग-राजौरी संसदीय सीट पर चुनाव स्थगित नहीं किया जाये क्योंकि लंबे समय के बाद लोगों में चुनावी प्रक्रिया पर भरोसा आया है।

see more..
image