राज्य » जम्मू-कश्मीरPosted at: Mar 26 2024 3:50PM बारामूला के उशकारा निवासियों ने उचित भूमि मुआवजा न मिलने पर जतायी नाराजगीश्रीनगर, 26 मार्च (वार्ता) जम्मू- कश्मीर में बारामूला के उशकारा निवासियों ने प्रस्तावित बाईपास सड़क के लिए अपनी जमीन के अधिग्रहण के बदले दिये जा रहे मुआवजे को लेकर नाराजगी जतायी है।उशकारा निवासियों ने कहा कि सरकार की ओर से दिया जा रहा मुआवजा शहर के मानदंडों के अनुसार नहीं है। उनकी भूमि बारामूला श्रीनगर राजमार्ग के प्रतिष्ठित चार लेन के तहत बाईपास सड़क के लिए अधिग्रहीत की जा रही है।एक निवासी मोहम्मद अशरफ ने कहा, “उशकारा नगरपालिका सीमा के भीतर है और यहां तक कि हमने यहां जो घर बनाए हैं, उन्हें नगरपालिका समिति से अनुमति की आवश्यकता है। लेकिन अब जब हमारी जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, तो हमें नगर निगम की सीमा से बाहर माना गया है, जिससे हमें परेशानी हो रही है।”उन्होंने कहा कि बाईपास के लिए अधिग्रहीत भूमि पूर्ण विकसित सेब के बगीचों से होकर गुजरती है और कई निवासी उनसे अपनी आजीविका कमाते हैं। उन्होंने कहा, “अब जब सड़क के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है, तो मुआवजे के मामले में हमें न्याय की जरूरत है।”निवासियों ने पहले ही मुआवजे की राशि की समीक्षा के लिए डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर सहित संबंधित अधिकारियों काे आवेदन दिया था लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ।एक अन्य निवासी जिसके बगीचे की भूमि प्रस्तावित बाईपास के लिए अधिग्रहीत की जा रही है, ने कहा, “अब हम अपनी याचिका के साथ अदालतों का रुख करने पर विचार कर रहे हैं क्योंकि अधिकारियों ने हमारी शिकायतों का समाधान नहीं किया है।” उन्होंने कहा कि खानपोरा, रंगवार और कंठबाग सहित शहर के अन्य इलाकों में बागवानों को काफी अच्छा मुआवजा दिया जा रहा है, जबकि उशकारा में लोगों को भूमि अधिग्रहण के लिए मुआवजे के रूप में सबसे कम दरों की पेशकश की जा रही है, जो सरासर अन्याय है।प्रस्तावित बाईपास सड़क श्रीनगर से आते समय राजमार्ग के बायीं ओर खानपोरा से शुरू होगी और लगभग 13 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए कनीसपोरा इलाके के बाहरी इलाके में निकलेगी।यामिनी,आशावार्ता