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संसद में सीट मिलने पर राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ेंगे : आजाद

श्रीनगर, 03 अप्रैल (वार्ता) डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) के अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को कहा कि अगर आगामी लोकसभा चुनाव में सीटें मिली तो वह जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा दिलाने के लिए लड़ेंगे।
डीपीएपी ने मंगलवार को घोषणा की थी कि श्री आजाद अनंतनाग-राजौरी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे।
श्री आजाद ने बुधवार को श्रीनगर में मीडियाकर्मियों से कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए लड़ूंगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में चर्चा है कि इसे दिल्ली और पुडुचेरी की तरह राज्य का दर्जा प्रदान किया जाएगा, जहां सभी निर्णय लेने का अधिकार उपराज्यपाल के पास होगा, जो हमें स्वीकार नहीं है।
उन्होंने कहा,“यह गुलाम नबी आजाद को स्वीकार्य नहीं है और ने जम्मू-कश्मीर के हिंदू, मुस्लिम, कश्मीरी, पहाड़ी और गुजरी सहित किसी नागरिक को स्वीकार होगा। हम वैसा ही राज्य चाहते हैं जो मुगलों, सिखों और महाराजा के शासन काल में जम्मू-कश्मीर में कायम था।”
उन्होंने कहा कि इससे पहले कि विधानसभा चुनाव छह या आठ महीने बाद या एक वर्ष बाद हो सकते हैं, उस समय हम कहेंगे कि हमारे हाथ में कुछ नहीं है। हम कह सकते हैं कि हमारे पास राज्य का दर्जा तो है लेकिन यह एक अक्षम राज्य है।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए मैं संसद में अपनी पूरी शक्ति, जुबान और प्रभाव का उपयोग करूंगा। उन्होंने कहा कि राज्य का दर्जा बहाल होने के साथ उससे जुड़ी चीजें सभी बातें जैसे अनुच्छेद 35ए भी स्वत: बहाल हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि अगर हम राज्य का दर्जा बहाल करा सकें तो विधानसभा एक कानून पारित कर सकती है कि कोई बाहरी व्यक्ति जम्मू-कश्मीर में नौकरी प्राप्त नहीं कर सकता है और कोई बाहरी व्यक्ति यहां जमीन नहीं खरीद सकता है जिससे अनुच्छेद 35ए के प्रावधान बहाल हो जाएंगे।
उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में जब तक अनुच्छेद 35ए लागू था, तब तक यह गारंटी थी कि कोई बाहरी व्यक्ति जम्मू-कश्मीर में जमीन नहीं खरीद सकता है या सरकारी नौकरी प्राप्त नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि वह जम्मू-कश्मीर में नौकरियों के लिए लड़ेंगे, जो केवल राज्य के लोगों को प्राप्त होना चाहिए।
अभय.संजय
वार्ता
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