Friday, May 3 2024 | Time 16:56 Hrs(IST)
image
राज्य » जम्मू-कश्मीर


मोदी सरकार ने डोडा के दूरदराज के गांवों को राजमार्ग से जोड़ा: जितेंद्र

जम्मू, 03 अप्रैल (वार्ता) केंद्रीय मंत्री एवं जम्मू-कश्मीर के उधमपुर, डोडा, कठुआ संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार डॉ. जितेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि लगभग छह दशकों तक कांग्रेस तथा 2004 से 2014 तक तक कांग्रेस के नेतृत्व में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) व उसके सहयोगियों की केंद्र में सरकारें रहीं, लेकिन डोडा जिले के दो प्रमुख शहरों डोडा और भद्रवाह के बीच भी एक अच्छी सड़क कनेक्टिविटी प्रदान नहीं कर सकीं। वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता संभालने के बाद उनके नेतृत्व वाली सरकार ने जिले के दूरदराज के गांवों को भी राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ा।
डॉ. सिंह ने डोडा जिले के मरमट, गंदोह, कस्तीगढ़, बुलंदपुर, गोहा, धारा आदि क्षेत्रों में जिले के कुछ परिधीय पहाड़ी गांवों के अपने चुनावी दौरे के दौरान कई सार्वजनिक सभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि उनके अपने पैतृक गांव कलोटा में भी बहुत आरामदायक सड़क कनेक्टिविटी नहीं है, लेकिन वही गांव अब नए राष्ट्रीय राजमार्ग 244 से जुड़ने जा रहा है, जो खिलानी से सुधमहादेव तक डबल शिफ्ट में निर्माणाधीन है और अगले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि कलोटा के साथ-साथ अन्य पड़ोसी गांव जैसे हम्बल और बेरगाना आदि भी इस राजमार्ग से जुड़ जाएंगे।
डॉ. सिंह ने इसे एक क्रांतिकारी परिवर्तन बताते हुए याद दिलाया कि ये कुछ दूर-दराज के गांव हैं, जहां हमारे कई पूर्वजों को अपने जीवनकाल में एक मोटर कार तक देखने को नहीं मिली थी, लेकिन आज उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरने का लाभ मिलने जा रहा है। उन्होंने कहा, “यह विशेष रूप से युवाओं और अगली पीढ़ी के लिए एक बड़ा बढ़ावा होगा, जिन्हें डोडा और जम्मू तथा श्रीनगर जैसे अन्य गंतव्यों के बीच यात्रा के समय में भारी कमी से लाभ होगा, एवं साथ ही साथ व्यापार, राजस्व, लाभ तथा रोजगार सृजन भी होगा।”
डॉ. सिंह ने कांग्रेस और उसकी पिछली सहयोगी सरकारों पर आरोप लगाते हुए कहा कि विडंबना यह है कि आजादी के बाद से एक भी मौका नहीं आया, जब इस क्षेत्र या जिले का कोई विधायक राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री या इस क्षेत्र का सांसद केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य नहीं रहा हो। इसके बावजूद उन्होंने अपने पैतृक गांवों के विकास की परवाह नहीं की, जिन्हें 2014 के बाद ही डाकघर और बैंक शाखाओं जैसी बुनियादी सुविधाएं प्रदान की गई हैं।
उन्होंने कहा, “भविष्य के इतिहासकारों के लिए यह समझना विश्लेषण का विषय होगा कि आधी सदी से भी अधिक समय तक इस क्षेत्र को अविकसित क्यों रहने दिया गया। क्या ऐसा इसलिए है, क्योंकि इस क्षेत्र से कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के निर्वाचित प्रतिनिधि जानबूझकर नहीं चाहते थे कि इस क्षेत्र में विकास प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि इस क्षेत्र के लोग हमेशा पिछड़े और अज्ञानी बने रहें और हर बार वोट देने के लिए मूर्ख बने रहें?”
डॉ. सिंह ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में हमने एक नई कार्य संस्कृति का पालन करने की कोशिश की है, जहां वोट बैंक की परवाह किए बिना हर क्षेत्र को समान विकास और संसाधनों का लाभ प्रदान किया गया है।”
उन्होंने कहा, “यह एकमात्र निर्वाचन क्षेत्र है जिसे एक या दो नहीं बल्कि तीन केंद्रीय वित्त पोषित मेडिकल कॉलेज मिले हैं, जिनमें से एक डोडा में है।”
उन्होंने कहा, “यह वह निर्वाचन क्षेत्र है जिसे वोट बैंक की परवाह किए बिना पिछले कुछ वर्षों में सबसे अधिक डिग्री कॉलेज मिले हैं।”
उन्होंने कहा, “इससे इस क्षेत्र के लोगों में एक नई अनुभूति हुई है, जहां सभी समुदाय सद्भाव से रहते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा के बारे में कांग्रेस पार्टी द्वारा बनाए गए झूठे मिथकों और आख्यानों को सफलतापूर्वक ध्वस्त कर दिया है। भाजपा एकमात्र पार्टी जो किसी को भी संतुष्ट करने और सभी को न्याय देने के दृष्टिकोण का अक्षरश: पालन करती है।”
संतोष.संजय
वार्ता
image