राज्य » अन्य राज्यPosted at: Nov 23 2019 10:44PM ‘दिल से संंबंधित 80 फीसदी रोगों से बचाव संभव है’हैदराबाद, 23 नवंबर (वार्ता) तेलंगाना के हैदराबाद स्थित नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन (एनआईएन) की निदेशक डाक्टर हेमलता का कहना है कि स्ट्रोक, हाइपरटेंशन, मियोकार्डियो इन्फेक्शन जैसी दिल से संबंधित 80 फीसदी बीमारियों से बचाव संभव है। यशोदा हॉस्पिटल की तरफ से शनिवार को यहां के एक होटल में ‘एडवान्सड इंटरवेन्शनल कार्डियोलॉजी’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय इंटरनेशनल कांफ्रेंस एंड लाइव वर्कशॉप में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा, “हमने विशेष रूप से गैर-संचारी रोगों से निपटने के मामले में 1992 से 2016 तक बहुत प्रगति की है।”उन्होंने कहा, “ हम 36 फीसदी तक बीमारियों के बोझ को कम करने में कामयाब हुए हैं। विशेष रूप से माताओं के पोषण, उनके स्वास्थ्य, शिशु पोषण में सुधार और संक्रमण रोगों से निपटने के मामले में तरक्की की गई है।” डॉ हेमलता ने कहा, “दुर्भाग्यवश, इस अवधि में दिल से संबंधित बीमारियों विशेष रूप से स्ट्रोक और मियाकार्डियो इंफेक्शन समेत गैर-संचारी रोगों में दुगुना बढ़ोतरी हो गई है। उन्होंने कहा कि हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार दिल से संबंधित 56.4 फीसदी बीमारियां अस्वास्थ्यकर खानपान से होती है। भारत में एनआईएन और एमएनएसओ के आंकड़ों से भी पता चलता है कि शहरी और ग्रामीण लोग कम प्रोटीन वाले अस्वस्थ्यकर भोजन कर रहे हैं। यशोदा हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉ जी एस राव ने कहा, “हमारे देश में दिल से संबंधित रोगों में बढ़ोतरी हो रही है और करीब चार में से एक मौत इसी तरह की बीमारियों के कारण होती है। निवारक दवाओं और समय पर इलाज से इन बीमारियों के नियंत्रण में सहायता मिल सकती है। प्रियंका टंडनवार्ता