Sunday, Apr 28 2024 | Time 23:59 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


पूर्वी त्रिपुरा से भाजपा की उम्मीदवार कृति सिंह पर छिड़ा घमासान

अगरतला, 19 मार्च (वार्ता) त्रिपुरा में छत्तीसगढ़ से पराजित विधायक कृति सिंह देववर्मा को पूर्वी त्रिपुरा (सुरक्षित) निर्वाचन क्षेत्र के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का उम्मीदवार बनाये जाने को भारी घमासान छिड़ गया है और जहां विपक्ष ने राज्य में उनके योगदान पर सवाल उठाया है, वहीं स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीट से उनके उम्मीदवार बनने के लिए उनकी योग्यता पर स्पष्टीकरण मांगा है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता रणजॉय देव ने पूछा कि उन्हें भाजपा की सदस्यता कब मिली और क्या सुश्री कृति के पास त्रिपुरा का एसटी प्रमाणपत्र है। उन्होंने सवाल किया, “अगर कृति भाजपा की सदस्य बन जाती हैं, तो एडीसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य समेत टीआईपीआरए मोथा के कार्यकर्ताओं को उनकी पार्टी के झंडे और नारे के साथ हवाई अड्डे से महल तक कैसे ले जाया जाएगा।”
निर्वाचन आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, सुश्री कृति देवी सिंह ने 2018 का चुनाव छत्तीसगढ़ के कवर्धा में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा लेकिन हार गयी थीं। इस बार भाजपा ने उन्हें पूर्वी त्रिपुरा आदिवासी आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया, जहां उनका नाम बदलकर कृति सिंह देववर्मा कर दिया गया है।
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “कृति का जन्म त्रिपुरा शाही परिवार में हुआ था, लेकिन उनका पालन-पोषण शिलांग में हुआ और उन्होंने 1992 में लोरेटो कॉन्वेंट स्कूल शिलांग से केवल दसवीं कक्षा उत्तीर्ण की। छत्तीसगढ़ के कवर्धा राज परिवार के योगेश्वर राज सिंह से शादी करने के बाद, कृति का त्रिपुरा के साथ कोई संबंध नहीं बचा, लेकिन भाजपा ने अपने समर्थकों की भावनाओं पर विचार किए बिना टीआईपीआरए मोथा मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उन्हें उम्मीदवार बनाया, जिन्हें पिछले पांच वर्षों में टीआईपीआरए के हाथों बहुत नुकसान उठाना पड़ा है।”
उन्होंने सवाल किया कि क्या भाजपा नेता प्रद्योत किशोर देववर्मा को खुश करने के लिए टीआईपीआरए मोथा को यह सीट देना चाहते हैं, वे त्रिपुरा से एक लोकप्रिय आदिवासी नेता को चुन सकते थे, जिसने राज्य में आदिवासियों के विकास में योगदान दिया हो। उन्होंने आरोप लगाया कि श्री देववर्मा की मां और पिता दोनों पूर्वी त्रिपुरा निर्वाचन क्षेत्र से कम से कम तीन बार सांसद बने, लेकिन उन्होंने आदिवासियों के लिए कुछ नहीं किया।
सुश्री कृति को टिकट मिलने के बाद श्री देववर्मा ने कहा था, “मैं बहुत खुश हूं और आह्लादित हूं कि हमारी तरफ से एक उम्मीदवार, मेरी बहन को प्रतिनिधित्व के लिए चुना गया है। मैं नहीं चाहता कि केंद्र और राज्य सरकारों के साथ हाल ही में हस्ताक्षरित हमारे समझौते को लागू करने में कोई रुकावट आए। हम सही व्यक्ति को भेजना चाहते हैं। वह सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार होंगी जो हमारी समस्याओं को समय सीमा के भीतर हल करने के लिए काम करेंगी।”
यामिनी,आशा
वार्ता
More News
कर्नाटक में अंतर्कलह से जूझ रही है कांग्रेसः मोदी

कर्नाटक में अंतर्कलह से जूझ रही है कांग्रेसः मोदी

28 Apr 2024 | 9:27 PM

दावणगेरे (कर्नाटक), 28 अप्रैल (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को यहां कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी अंतर्कलह से जूझ रही है।

see more..
राहुल गांधी ने ओडिशा में फूंका चुनावी बिगुल

राहुल गांधी ने ओडिशा में फूंका चुनावी बिगुल

28 Apr 2024 | 6:38 PM

भुवनेश्वर, 28 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने रविवार को ओडिशा के सालेपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य की नवीन पटनायक सरकार पर जोरदार हमले के साथ कांग्रेस पार्टी के चुनावी अभियान का बिगुल फूंका।

see more..
मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को नजरअंदाज करने के लिए की विपक्ष की आलोचना

मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को नजरअंदाज करने के लिए की विपक्ष की आलोचना

28 Apr 2024 | 6:23 PM

सिरसी (कर्नाटक), 28 अप्रैल (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनवरी में अयोध्या में भगवान राम लला के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के भव्य आयोजन के दौरान विपक्ष की स्पष्ट अनुपस्थिति के लिए रविवार को उसे आड़े हाथ लिया, जबकि राम जन्मभूमि मामले में ऐतिहासिक भागीदारी के बावजूद इस अवसर पर इकबाल अंसारी के परिवार की उपस्थिति पर प्रकाश डाला।

see more..
image