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भारतीय तटरक्षक गार्ड हेलीकॉप्टर ने श्रीलंकाई मछुआरे की जान बचाई

चेन्नई, 06 अप्रैल (वार्ता) भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने मसीहा बनकर एक श्रीलंकाई मछुआरे की जान बचायी।तटरक्षक बल के हेलीकॉप्टर ने गंभीर दिल की बीमारी से पीड़ित श्रीलंकाई मछुआरे को उसके नाव के इंजन में खराबी के कारण भारतीय जल क्षेत्र में बह जाने से हवाई मार्ग से चेन्नई शहर में पहुंचाया। नाव में पांच अन्य मछुआरे भी सवार थे।
एक रक्षा विज्ञप्ति में यहां शनिवार को कहा गया कि एक अप्रैल को भारतीय तटरक्षक बल चेन्नई के समुद्री बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) को एमआरसीसी कोलंबो से एक श्रीलंकाई मछली पकड़ने वाले जहाज (एसएलएफवी) ‘कालपेनी’ के बारे में संकट में फंसने की चेतावनी मिली थी, जिसके भटकने की आशंका थी। इंजन में खराबी के कारण भारतीय समुद्री सीमा में आ गया था।
एमआरसीसी कोलंबो ने सूचित किया कि नाव 22 मार्च को छह चालक दल के सदस्यों के साथ श्रीलंका में ‘कॉडबे’ मछली पकड़ने के बंदरगाह से रवाना हुई थी। गत 28 मार्च से नाव के सभी संचार प्रणाली बंद हो गयी थी। यह भी सूचित किया गया कि नाव के भारतीय जल क्षेत्र में प्रवेश करने की संभावना जतायी गयी थी।
यह जानकारी मिलने पर आईसीजी ने अपने जहाजों को क्षेत्र की ओर मोड़ दिया और निकटवर्ती व्यापारिक जहाजों से भी श्रीलंकाई नाव की तलाश करने का अनुरोध किया, जिसे अंततः दाे अप्रैल को पुड्डुचेरी बंदरगाह से लगभग 40 समुद्री मील दूर तटरक्षक जहाज सी-449 ने देखा।
सूचना मिलने के बाद आईसीजी जहाज का तकनीकी दल श्रीलंकाई नाव तक पहुंच गया और इंजन की मरम्मत करने का प्रयास किया। हालाँकि, पुर्जों की कमी के कारण यह संभव नहीं हो सका। आईसीजी जहाज के चालक दल ने नाव पर भोजन और पानी जैसी आवश्यक आपूर्ति की स्थिति का पता लगाया।
इस बीच श्रीलंकाई अधिकारियों को मछली पकड़ने वाली नाव की स्थिति के बारे में सूचित किया गया और उसे बेस पोर्ट पर वापस ले जाने की व्यवस्था करने का अनुरोध किया गया। आईसीजी द्वारा नाव के चालक दल के स्वास्थ्य की नियमित निगरानी की गई।
शुक्रवार को यह बताया गया कि श्रीलंकाई मछली पकड़ने वाली नाव के एक चालक दल के सदस्य पीएम सुमित ललिता(44) को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी उसे दिल की बीमारी से ग्रसित होने का संदेह जताया गया था। इस समय तक नाव चेन्नई से लगभग 60 समुद्री मील दूर तक बह चुकी थी। आईसीजी ने तुरंत अपना जहाज आईसीजीएस 'रानी अब्बक्का' नाव की ओर भेजा और कुछ ही घंटों में मरीज तक पहुंच गये।
आईसीजी जहाज पर मरीज को प्राथमिक चिकित्सा उपचार दिया गया। उसी समय, आईसीजी द्वारा चेन्नई स्थित स्क्वाड्रन से एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) लॉन्च किया गया। आईसीजी हेलीकॉप्टर ने मरीज को गहरे समुद्र में आईसीजी जहाज से सफलतापूर्वक एयरलिफ्ट किया और उसे चेन्नई में तटरक्षक हवाई स्टेशन लाया गया।
प्रारंभिक चिकित्सा जांच के बाद मरीज को चेन्नई के एक अस्पताल में भर्ती किया गया।
भारतीय तटरक्षक बल बहती श्रीलंकाई नाव के साथ-साथ श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है ताकि इसे जल्द से जल्द बेस पोर्ट पर वापस लाया जा सके। आईसीजी ने हाल के दिनों में भारत के पूर्वी और पश्चिमी तट पर गहरे समुद्र से ऐसे कई सफल चिकित्सा निकासी कार्य किए हैं।
उप्रेती.संजय
वार्ता
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