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भाजपा के संकल्प पत्र से इसकी गंभीरता उजागर : चयनिका

देहरादून, 14 अप्रैल (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अठारहवीं लोकसभा चुनाव के लिए रविवार को नयी दिल्ली में जारी अपने घोषणा पत्र, जिसे ‘संकल्प पत्र’ का नाम दिया गया है, पर उत्तराखंड कांग्रेस की प्रवक्ता डा चयनिका उनियाल ने अपनी प्रतिक्रिया में इसे भाजपा का ‘जुमला पत्र’ करार देते हुए कहा कि जिसतरह से इसे जारी किया गया उससे पार्टी की गंभीरता उजागर हुई है।
डा. उनियाल ने यहां पार्टी कार्यालय में संवादाताओं से कहा कि आज से चार दिन बाद 21 राज्यों में 105 से अधिक सीटों पर चुनाव होने है और भाजपा अचानक गहरी नींद से जागी है। उन्होंने कहा कि 76 पन्नों का मेनिफेस्टो प्रस्तुत किया गया। एक घंटा 40 मिनट की प्रेस कांफ्रेंस के बाद मीडिया से एक भी सवाल नहीं लिया गया। यह भाजपा की गंभीरता को दर्शाता हैं।
डा चयनिका ने कहा कि एक तरफ देश महंगाई, बेरोजगारी से त्राहिमाम हैं और दूसरी तरफ भाजपा को लोगो के बीच जाकर उनकी ग़ुरबत, दुःख, परेशानी टटोलने का समय तक नहीं हैं। मन की बात सुनाते, सुनाते मोदी जी भूल ही गए कि सरकारों को जनता की मन की बात भी सुननी होती हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मेनिफेस्टो कमेटी दिसंबर, 2023 में गठित हो गई थी और भारत जोड़ो यात्रा के अनुभव, लोगों की आकांक्षाएं, अपेक्षाएं और आशंकाओं को ध्यान में रखकर ‘न्याय पत्र’ बनाया गया जबकि भाजपा की मेनिफेस्टो कमेटी 30 मार्च, 2024 को गठित होती है, जब मात्र 13 दिन पहले चरण के चुनावों के शेष बचे और मतदान के मात्र चार दिन बचे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के जुमला पत्र में दावा किया गया है कि 25 करोड लोगों को गरीबी रेखा से निकाल लिया गया है, जबकि नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, देश की 20 फीसदी आबादी आज 46 रुपये प्रतिदिन पर गुजर बसर करने के लिए मजबूर है। उन्होंने कहा कि आज प्रतिदिन दो किसान और दो युवा आत्महत्या कर रहे हैं। जबकि भाजपा के पूरे मेनिफेस्टो में केवल दो बार रोजगार की बात की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस देश में 65 फीसदी आबादी 35 वर्ष की आयु से कम के युवाओं की हो और जब 45 साल की बेरोजगारी का आंकड़ा पार हो गया हो, वहां सत्तारूढ़ दल के मेनिफेस्टो में रोजगार का जिक्र केवल दो बार होना यह विडंबना नहीं तो और क्या है?
डा. उनियाल ने कहा कि किसानों को एमसपी की गारंटी का जिक्र तक भाजपा के मेनिफेस्टो में नहीं हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के मेनिफेस्टो में एम्एसपी की पूर्ण गारंटी दी गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा लखपति दीदी योजना की बात करती हैं, पर उन दीदियों से जरा पूछ कर देखिए जिन्हें आटे, दाल, दही पर जीएसटी देना पड़ रहा है और 1200 का गैस सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज महंगाई दर 8.5 फीसदी है। दूसरी ओर कांग्रेस गरीब महिलाओं को एक लाख रुपए सालाना और सरकारी नौकरियों में 50 फीसदी आरक्षण देने की बात करती हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा के मेनिफेस्टो में मुद्रा लोन की बात कही गई है। उन्होंने भाजपा से पूछा कि 54000 रुपए के लोन में कौन व्यक्ति अपना रोजगार खोल सकता है? उन्होंने कहा कि इनके मेनिफेस्टो में 2047 तक भारत को विकसित देश बनाने की बात कही गई है। हर मेनिफेस्टो में भाजपा का गोल पोस्ट चेंज हो जाता है। उन्होंने कहा कि पहले 2022 का टारगेट था, किसानों की आय दोगुनी करने का। 100 स्मार्ट सिटी बनाने का। हर सर को छत देने का। हवाई चप्पल वाले को हवाई जहाज में बैठाने का। काला धन वापस लाने का। 5 ट्रिलियन इकोनामी बनाने का। रुपए को डॉलर के बराबर लाने का।
डा उनियाल ने कहा कि भाजपा आतंकवाद की समाप्ति की बात करती है और अपने मैनिफेस्टों में यह दावा करती है कि उसके कार्यकाल में आतंकवाद समाप्त हो गया और शांति बहाल हो गई। जबकि सरकारी रिपोर्ट के हिसाब से 2014 से 2024 के बीच में 3950 मौत हो चुकी है। जिनमें सेना और सिविलियन दोनों ही शामिल हैं। उन्होंने पूछा कि क्या भाजपा की नज़र में ये शहीद लोग भारतीय नहीं हैं? उन्होंने कहा कि भाजपा के मेनिफेस्टो में ना मणिपुर का जिक्र है, ना लद्दाख का ना ही और ना ही चीन के द्वारा जो घुसपैठ हो रही है उसका।
कांग्रेस प्रवक्ता ने दावा किया कि बेरोजगारी के लिए भारतीय जनता पार्टी के पास कोई रोड मैप नहीं है। जबकि उसने 2014 में दावा किया था कि स्पेशल टास्क फोर्स बनाई जाएगी और काला धन देश में वापस लाया जाएगा लेकिन देश को इलेक्टोरल बांड जैसा बड़ा घोटाला मिला।
संवाददाताओं से बातचीत के दौरान, मथुरा दत्त जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष, संगठन, गरिमा दसौनी, मुख्य प्रवक्ता तथा उत्तर प्रदेश मीडिया प्रभारी, शीशपाल सिंह बिष्ट, अभिनव थापर, मोहन काला, मंजू त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
सुमिताभ.संजय
वार्ता
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