राज्य » अन्य राज्यPosted at: Apr 18 2024 3:57PM अरुणाचल लोस, विधानसभा चुनावों के लिए पूरी तरह तैयारईटानगर, 18 अप्रैल (वार्ता) अरुणाचल प्रदेश में दो लोकसभा और 50 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं।अरुणाचल प्रदेश में दो लोकसभा और 50 विधानसभा सीटों के लिए एक साथ 19 अप्रैल (शुक्रवार) को मतदान होने जा रहा है।दोनों चुनाव के लिए प्रचार अभियान बुधवार को समाप्त हो गया।अरुणाचल पश्चिम और अरुणाचल पूर्व लोकसभा सीटों को लेकर बहुकोणीय मुकाबला होने वाला है, जहां मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी कांग्रेस के बीच होगा।कुल 33 विधानसभा क्षेत्र वाले अरुणाचल पश्चिम संसदीय क्षेत्र में केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री रिजिजू लगातार तीसरी बार फिर से चुनाव की मांग कर रहे हैं। उनके खिलाफ कांग्रेस ने अपने राज्य प्रमुख और दो बार के मुख्यमंत्री नबाम तुकी को मैदान में उतारा है। असम स्थित गण सुरक्षा पार्टी ने सामाजिक कार्यकर्ता से नेता बनीं 43 वर्षीय टोको शीतल को अरुणाचल पश्चिम सीट से एकमात्र महिला उम्मीदवार बनाया है। इस प्रतिष्ठित सीट के लिए पांच निर्दलीय उम्मीदवार भी मैदान में हैं।कुल 27 विधानसभा क्षेत्रों वाली अरुणाचल पूर्व लोकसभा सीट के लिए छह उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें भाजपा के तापिर गाओ, कांग्रेस के बोसीराम सिरम, नवगठित अरुणाचल डेमोक्रेटिक पार्टी के बंदे मिली और तीन निर्दलीय शामिल हैं।कुल 50 विधानसभा सीटों के लिए मैदान में उतरने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में मेचुका से स्पीकर पासांग दोरजी सोना, राज्य भाजपा प्रमुख बियूराम वाहगे (पक्के केसांग), पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग (नारी-कोयू), वन मंत्री मामा नातुंग (सेप्पा पश्चिम), शिक्षा मंत्री ताबा तेदिर (याचुली), स्वास्थ्य मंत्री अलो लिबांग (टुटिंग-यिंगकियोंग), उपाध्यक्ष टेसम पोंगटे (चांगलांग उत्तर), और पूर्व केंद्रीय मंत्री निनॉन्ग एरिंग (पासीघाट पश्चिम) शामिल हैं।राज्य में 8,92,694 मतदाता हैं, जिनमें महिला मतदाताओं (4,54,256) की संख्या पुरुषों (4,38,433) से अधिक है। राज्य में पांच ट्रांसजेंडर मतदाता भी हैं।मतदान सुबह सात बजे शुरू होगा और शाम पांच बजे समाप्त होगा।मतदान प्रक्रिया के सुचारू संचालन के लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गयी है। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पवन कुमार सेन ने कहा है कि इंडिया रिजर्व बटालियन (आईआरबीएन) और अरुणाचल प्रदेश पुलिस (एपीपी) कर्मियों सहित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) की लगभग 80 बटालियनों को कानून और व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए तैनात किया गया है।विधानसभा चुनाव की मतगणना लोकसभा चुनाव की मतगणना से दो दिन पहले दो जून को होगी। मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल भी दो जून को ख़त्म हो रहा है। समीक्षा.संजय वार्ता