Friday, May 3 2024 | Time 22:14 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


बीजद ने छह और विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की

भुवनेश्वर 22 अप्रैल (वार्ता) ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने सोमवार को छह और विधानसभा सीटों के लिए पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा की, जिनमें पांच नये चेहरे शामिल हैं, वहीं चार मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट नहीं दी गयी ।
बीजद सुप्रीमो एवं मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सातवें चरण में हिंडोल, रघुनाथपल्ली, बालिकुडा इरासामा, काकटपुर, बंगरीपोसी और बारी विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की। इसके साथ ही बीजद ने अब तक 141 विधानसभा सीटों और 21 लोकसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है तथा अब केवल छह और विधानसभा सीटों की घोषणा बाकी है।
नये चेहरों में दो मौजूदा विधायकों की पत्नियां हैं। बांगरीपोसी विधानसभा सीट के लिए रंजीता मरांडी और रघुनाथपल्ली विधानसभा सीट के लिए अर्चना बेहरा को चुनाव मैदान में उतारा गया है। श्रीमती रंजीता ओडिशा स्कूल जन शिक्षा, राजस्व और आपदा मंत्री सुदाम मरांडी की पत्नी हैं, जिन्हें मयूरभंज लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए नामांकित किया गया है। श्रीमती अर्चना रघुनाथपल्ली के मौजूदा विधायक सुब्रत तराई की पत्नी हैं।
पार्टी के ढेंकनाल से निवर्तमान सांसद महेश साहू को लोकसभा टिकट न देते हुए मौजूदा विधायक सीमारानी नायक की जगह हिंडोल विधानसभा सीट के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। सातवें चरण में बीजद ने एकमात्र मौजूदा विधायक इलेक्ट्रॉनिक्स, आईटी, खेल और युवा सेवा और गृह राज्य मंत्री तुषारकांति बेहरा को काकतपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है।
पार्टी टिकट से वंचित चार मौजूदा विधायकों में सुब्रत तराई (रघुनाथपाली), सीमारानी नायक (हिंडोल), रघुनंदन दास (बालीकुडा-इरासामा) और सुनंदा दास (बारी) शामिल हैं।
अशोक, यामिनी
वार्ता
More News
इंडिया समूह संविधान में संशोधन की साजिश रच रहा है: मोदी

इंडिया समूह संविधान में संशोधन की साजिश रच रहा है: मोदी

03 May 2024 | 8:38 PM

कोलकाता, 03 मई (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को ‘इंडिया समूह’ पर संविधान में संशोधन करने की साजिश रचने का आरोप लगाया और विपक्ष को चुनौती दी कि वह लिखित में यह सुनिश्चित करने के लिए सामने आए कि अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) का आरक्षण कम नहीं होगा, अनुसूचित जाति एवं जनजाति/अन्य पिछड़ा वर्ग (एससी/एसटी/ओबीसी) का आरक्षण समाप्त नहीं होगा और संविधान में बदलाव नहीं होगा।

see more..
image