पार्लियामेंटPosted at: Jan 5 2018 6:22PM ‘बिटक्वाइन’ के खिलाफ सरकार ने किया आगाहनयी दिल्ली 05 जनवरी(वार्ता ) सरकार ने सट्टेबाजी पर आधारित आभासी मुद्रा ‘बिटक्वाइन’ को लेकर लोगों को पूंजी निवेश करने से आगाह किया है और इससे जुड़े सभी चिंताओं को दूर करने के लिए एक समिति का गठन किया है। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने आज लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि सरकार या रिजर्व बैंक ने इस मुद्रा को मान्यता नहीं दी है लेकिन यह पब्लिक डोमेन और असंगठित बाजार दोनों में इस्तेमाल हो रहा है। यह पूरी तरह सट्टेबाजी पर आधारित है ,इसलिए इसमें निवेश करने वाले बड़े जोखिम में पड़ सकते हैं। पूूंजी बाजार में बिटक्वाइन के बढ़ते प्रचलन को देखते हुए आर्थिक मामलों के विभाग के सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया है जो आभासी मुद्रा से सम्बन्धित सभी मुद्दों का अध्ययन करेगी और इस समस्या के हल के लिए सिफारिशें करेगी । इससे पहले भी एक अंतरविभागीय समिति का भी गठन किया था जिसने अपनी सिफारिश में निवेशकों को इसके प्रति सतर्क करने तथा इस मुद्रा में लेनदेन करने वालों के खिलाफ उपभोक्ता संरक्षण नियम के तहत प्रवर्तन एजेंसियों से कार्रवाई की सिफारिश की थी। श्री जेटली ने बताया कि देश में बिटक्वाइन के लिए कई व्यावसायिक मंच हैं लेकिन ये नियमित नहीं हैं ,इसलिए निवेश उत्पादों और इसके लेनदेन की मात्रा के बारे में सूचना का कोई विश्वसनीय स्रोत नहीं है। नीलिमा/मधूलिका वार्ता