पार्लियामेंटPosted at: Dec 11 2018 1:11PM राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू ने भी अपने शोक संदेश में श्री वाजपेयी को भारतीय राजनीति के शिखर पुरुषों में से एक करार देते हुए कहा कि उन्होंने आजादी के बाद पूरे राष्ट्र को प्रभावित किया और वह अपने सार्वजनिक जीवन में ‘गरिमापूर्ण राजनीति’ के प्रतीक बनकर उभरे। उन्हें सभी राजनीतिक हलकों में सम्मान मिला और उन्होंने राजनीति से ऊपर उठकर देशहित में काम किया। सभापति ने कहा, “दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री ने एक सांसद, एक राजनीतिज्ञ, विपक्ष के नेता और प्रधानमंत्री के रूप में देश के विकास में महती भूमिका निभाई। उन्होंने संसद के भीतर और बाहर भी अपनी मुस्कान से अपने कटु आलोचकों को भी निरुत्तर किया और दिल जीता। वह देश के पहले प्रधानमंत्री थे, जिनके नेतृत्व में किसी गठबंधन सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया।”श्री नायडू ने कहा कि श्री वाजपेयी ने आर्थिक सुधारों पर अपेक्षाकृत अधिक जोर दिया, जिसके परिणामस्वरूप पूंजी निवेश में बढ़ोतरी और उद्योगों का विकास हुआ। उन्होंने देश की आंतरिक और बाह्य सुरक्षा को भी सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण पहल की। उन्होंने पोखरण परमाणु परीक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि परमाणु परीक्षण के बाद लगाये गये प्रतिबंधों के आलोक में श्री वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में कई बाधाएं पार की। उनके निधन से देश ने एक दूरदृष्टा, जननायक, राजनेता और महान व्यक्तित्व खो दिया है। अरविंद/सुरेशवार्ता