पार्लियामेंटPosted at: Mar 24 2017 4:53PM मानसिक रोगी नहीं रहेंगे अलग थलग: सामुदायिक माहौल में होगा सबका इलाज:नड्डा
नयी दिल्ली,24मार्च(वार्ता) केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा है कि अब देश में मानसिक रोगियों को उपेक्षा और सामाजिक दंश का शिकार नहीं होना पड़ेगा ,उनका इलाज अलग थलग बंद कमरों में करने की बजाए सामुदायिक माहौल में करने की व्यवस्था होगी। श्री नड्डा ने मानसिक स्वास्थ्य देख रेख विधेयक 2016 आज लोकसभा में विचार के लिए पेश करते हुए कहा कि केन्द्र और राज्यों के बीच व्यापक स्तर पर विचार विमर्श के बाद लाए गए इस विधेयक में मानसिक रोगियो की परिभाषा और उन्हे अबतक उपलब्ध उपचार की व्यवस्था में आमूल बदलाव की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इसके तहत किए गए प्रावधान पूरी तरह से रोगियों पर केन्द्रित हैं। उन्हें समानता,निजता और इच्छा अनुरूप इलाज पाने की पूरी छूट दी गई है। इसके साथ ही आत्महत्या के प्रयास को अपराध की श्रेणी से हटाने की व्यवस्था भी की गई है। साथ ही मानिसक रूप से अस्वस्थ माताओं से तीन वर्ष आयु तक के शिशुओं को अलग करने,मानसिक रोगियों की नसबंदी तथा आपात स्थितियों में उनका इलाज बिजली के झटकों से करने पर रोक की व्यवस्था है। बिना रोगी की इच्छा के उसपर किसी तरह का इलाज जबरन नहीं थोपा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इन व्यवस्थाओं के सही अनुपालन के लिए इनपर कानूनी बाध्यता लगाई गई है। नए कानून का उल्लंघन करने वालों के लिए जेल और जुर्माने का प्रावधान किया गया है। मधूलिका/सत्या जारी वार्ता