पार्लियामेंटPosted at: Apr 11 2017 6:18PM कारखाना संशोधन विधेयक मजदूर विरोधी : विपक्षनयी दिल्ली 11 अप्रैल (वार्ता) विपक्षी दलों ने आज राज्यसभा में कारखाना संशोधन विधेयक 2016 को मजदूर विरोधी बताते हुए इसमें ओवरटाइम की अवधि बढ़ाने पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि इससे देश में बेरोजगारी बढ़ेगी तथा मजदूरों का शोषण होगा। कांग्रेस , समाजवादी पार्टी , मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कांग्रेस और कई अन्य सदस्यों ने कारखाना कानून (1948) में संशोधन करने वाले इस विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए यह बात कही। लोकसभा में यह विधेयक पहले ही पारित हो चुका है। कांग्रेस के अहमद पटेल ने चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि विधेयक में ओवरटाइम की अवधि बढ़ाकर 125 घंटे करने का प्रस्ताव है जो श्रमिक विरोधी है और इससे कामगारों का शोषण बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इस विधेयक को मालिकों और पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए लाया गया है। श्री पटेल ने यह भी कहा कि अगर उत्पादन को बढ़ाने के लिए ओवरटाइम की अवधि बढ़ायी जा रही है तो पहले कंपनियों को अपने यहां पूंजी निवेश करना चाहिए और कामगारों की सुविधाओं का ख्याल रखना चाहिए । उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही है इसलिए कंपनियों को नयी भर्ती करनी चाहिए न कि ओवरटाइम की अवधि बढ़ानी चाहिए । अरविंद.श्रवण जारी वार्ता