पार्लियामेंटPosted at: Jul 24 2017 2:09PM 2021 तक लोगों को शुद्ध पेयजल:सरकारनयी दिल्ली 24 जुलाई (वार्ता) सरकार ने आज कहा कि वर्ष 2021 तक आर्सेनिक और फ्लोराइड प्रभावित बसावटों में लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा दिया जायेगा । पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि देश में 17 लाख 26 हजार 104 बसावटों में से 74 हजार बसावटों के पेयजल धातुओं से प्रभावित हैं । लगभग 28 हजार बसावट आर्सेनिक और फ्लोराइड से प्रभावित हैं जिससे शारीरिक नुकसान होता है । इन बसावटों में 2़021 तक स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करा दिया जायेगा । श्री तोमर ने कहा कि आर्सेनिक और फ्लोराइड की समस्या के समाधान के लिए 25 हजार करोड रुपये की एक योजना तैयार की गयी है और इसी साल से इसे शुरु किया गया है । उन्होंने कहा कि आर्सेनिक से प्रभावित जल के उपयोग से कैसर जैसी बीमारी भी हो सकती है । गंगा के किनारे उत्तर प्रदेश , बिहार और पश्चिम बंगाल में यह समस्या गंभीर है । केन्द्र राज्यों को पेयजल के लिए जो राशि जारी करता है उसमें गुणवत्तापूर्ण जल के लिए पांच प्रतिशत राशि होती है । उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल एक गंभीर समस्या है और इसे ध्यान में रखकर सरकार मनरेगा के तहत जो राशि जारी करती है उसमें 65 प्रतिशत राशि जल संरक्षण के लिए होती है । उन्होंने कहा कि राज्यों को स्वच्छ पेयजल की योजनायें केन्द्र को भेजनी चाहिये ताकि उन्हें राशि आवंटित की जा सके । अरुण सत्या वार्ता