पार्लियामेंटPosted at: Jul 24 2017 3:03PM लोकसभा में उठा बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली में खामी का मुद्दानयी दिल्ली,24जुलाई (वार्ता) देश में बाढ़ पूर्वानुमान प्रणाली की खामियों पर नियंत्रक एंव महालेखा परीक्षक (कैग)की रिपोर्ट को लेकर अाज लोकसभा में गंभीर चिंता जताई गई। भारतीय जनता पार्टी के जगदंबिका पाल ने शून्यकाल के दौरान यह मामला उठाते हुए कहा कि इस समय असम,गुजरात और राजस्थान सहित देश के कई हिस्सों में बाढ़ से जान माल की भारी हानि हो रही है। कैग कि रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ के पूर्वानुमान के लिए स्थापित 375 टेलीमेट्री स्टेशनों में से 222 खराब हैं जो बेहद चिंता का विषय है। उन्हाेंने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर टेलीमेट्री स्टेशनों के खराब होने के कारण ही बाढ़ के खतरों का सही पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सका जिसका परिणाम धन जन की भारी हानि के रूप में सामने आ रहा है। श्री जगदंबिका पाल ने कहा कि असम ,गुजरात और राजस्थान के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश,ओडिशा और झारखंड में स्थिति खराब है। सरकार काे बाढ़ पूर्वानुमान प्रणालियों को दुरुस्त करने पर तुरंत ध्यान देना चाहिए। कैग की पिछले सप्ताह संसद में पेश रिपोर्ट में कहा गया है कि 1997 से 2016 के बीच देश भर में बाढ़ के पूर्वानुमान के लिए लगाए गए 375 टेलीमेट्री स्टेशनों में से करीब 60 फीसदी यानी कि 222 स्टेशन काम नहीं कर रहे हैं। मधूलिका/उनियाल वार्ता