Wednesday, May 8 2024 | Time 06:05 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


कोरोना ने दूसरे साल भी पर्यटन उद्योग को किया चौपट

शिमला, 15 अप्रैल (वार्ता) हिमाचल टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिद्र सेठ ने कहा है कि लगातार दूसरे वर्ष भी पर्यटन उद्योग कोरोना की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से सात राज्यों से हिमाचल आने वाले पर्यटकों को कोविड नेगेटिव रिपोर्ट लाने की एडवाइजरी जारी होने के बाद होटल ओर अन्य पर्यटन कारोबार ठप हो गया है। पिछले साल सात आठ महीनों के लॉकडाउन के कारण पूर्णतया पर्यटन उद्योग बंद रहने के कारण पर्यटन से जुड़े उधमियों की आर्थिक स्थिति पहले ही दयनीय हो चुकी है। पिछले कुछ महीनों से पर्यटन व्यवसाय धीरे धीरे पटरी पर लौटने लगा था लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण पर्यटन उद्योग की कमर तोड़ दी है।
हिमाचल के पर्यटन उद्योग केवल गर्मियों के सीजन की आमदन पर ही निर्भर करता है। होटलों का 65 फीसदी के लगभग रेवेन्यू 15 मार्च से लेकर 15 जुलाई के बीच ही अर्जित किया जाता है। महाराष्ट्र और गुजरात से मार्च तथा अप्रैल के महीने में अधिकतर पर्यटक आते हैं। इन दोनों राज्यों में कोरोना विस्फोट होने के कारण पर्यटन व्यवसाइयों के हाथ से दो महीने का व्यापार खिसक चुका है। हिमाचल का वीकेंड टूरिज्म भी बंदिशों के चलते खत्म हो गया है। होटल इंडस्ट्री बहुत कठिनाईयों में है जो कमरे एक दिन खाली रह जाते हैं उनके राजस्व घाटे की भरपाई दुबारा नहीं की जा सकती।
उनके अनुसार पर्यटन उद्योग से जुड़े उधमियों को अपनी इकाइयों को संचालित रख पाना असंभव हो गया है। क्योंकि जो थोड़ी बहुत आमदन हो रही थी जिससे उधमी कुछ न कुछ खर्च की भरपाई कर रहे थे वह भी बंद हो गई है। जो बिजनेस ट्रैवलर बाहरी राज्यों से हिमाचल में सर्विस प्रोवाइड करने आ रहे थे वह भी ही हिमाचल में बिना नेगेटिव रिपोर्ट के नहीं आ पाएंगे इसीलिए बिजनेस ट्रेवलर्स ने भी हिमाचल के रुख करना बंद कर दिया है।
श्री सेठ ने सरकार से हाल में जारी नेगेटिव रिपोर्ट की एडवाइजरी वापस लेने की मांग की । इसके अलावा पर्यटन उधोग को बचाये रखने के लिए सरकार को तुरंत होटलों तथा अन्य पर्यटन इकाइयों से बिजली के बिलों पर लगने वाले डिमांड चार्जेज को खत्म करना चाहिए। पानी, गार्बेज फी, प्रॉपर्टी टैक्स के बिलों को रियायती दरों पर उपलब्ध करवाना चाहिए। बार लाइसेंस फीस को केवल 25 फीसदी फी चार्ज की जानी चाहिए और अन्य सभी फीसें माफ करने का प्रावधान करना चाहिए। क्योंकि मौजूदा परस्थितियों से नहीं लगता कि आने वाले एक से दो वर्षों तक पर्यटन कारोबार आत्म निर्भर हो पायेगा।
उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से आग्रह किया कि उपरोक्त रियायतों के लिए केंद्र सरकार से हिमाचल के लिए एक स्पेशल आर्थिक पैकेज की मांग उठायें क्योंकि पर्यटन उधोग केवल गर्मियों के सीजन पर ही निर्भर रहता है जो लगातार दूसरे वर्ष भी पर्यटन उधमियों के हाथ से खिसकता नजर आ रहा है। यदि शीघ्र ही पर्यटन कारोबार को सरकार की तरफ से कोई मदद न दी गई तो पर्यटन ठप हो जाएगा।
सं शर्मा
वार्ता
image