राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Feb 29 2024 5:35PM शिव से अगर मांगना है तो एक बेलपत्र जरूर मांगना: मिश्रासिरसा, 29 फरवरी (वार्ता) सीहोरवाले कथावाचक-आध्यात्मिक गुरू पंडित प्रदीप मिश्रा महाराज ने कहा कि अहंकार, क्रोध, तृष्णा, और वासना की अग्रि में जलने वाले व्यक्ति को गुरू की संत की वाणी का श्रवण करना चाहिए, आपका कल्याण हो जाएगा। कोई भी गुरू, संत, साधु, साधक, उपासक, सतगुरू अपने भक्त को भिखारी नहीं बनाता, वे अपनी तिजोरी में से भक्त को धन भी नहीं देते पर ऐसा रास्ता जरूर दिखाते है जहां पर जीवन का हर सुख और सफलता मिलती है। जो असली संत या गुरू होगा वह आपको कभी भी रुपया पैसा नहीं देगा, गुरू पर भरोसा करना वो बिना मांगे सब कुछ दे देगा।गुरु मिश्रा श्री बाबा तारा जी कुटिया परिसर में सत्संग पंडाल में आयोजित श्री गुरू शिव पुराण कथा के चौथे दिन देशभर से आए श्रद्धालुओं को संबोधित कर रहे थे। सबसे पहले पंडित प्रदीप मिश्रा महाराज, विधायक गोपाल कांडा, गोबिंद कांडा और परिवारजनों ने पूजा अर्चना की। पूजा करने वालों में गोपाल कांडा, सरस्वती कांडा, गोबिंद कांडा, राजेश मंगला, संगीता कांडा, सुमन कंदोई, लखराम कांडा, सुशीला कांडा नारंग, धवल कांडा, धैर्य कांडा, संस्कृति कांडा, एमडी पूनम सेठी, नगर परिषद की पूर्व प्रधान रीना सेठी आदि शामिल थे। कांडा बंधुओं और परिजनों ने पंडित प्रदीप मिश्रा महाराज जी से आशीर्वाद लिया। गोपाल कांडा ने कथा स्थल पर पहुंचे सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए उनका आभार व्यक्त किया। इससे पूर्व भजन मंडली ने श्री गणेश वंदना की। गुरू पंडित प्रदीप मिश्रा महाराज ने कहा कि जब कथा सुनने आओ तो भूलकर भी व्यासपीठ पर पैसा मत चढ़ाना, कोई भेंट मत चढ़ाना, भगवान शिव से कभी भी कोई वस्तु मत मांगना, अगर मांगना तो उनसे एक बेलपत्र जरूर मांगना, शिवलिंग पर चढ़े बेलपत्र की कीमत का पता दो बाद में चलेगा। ईश्वर के दरवाजे से कोई खाली नहीं जाता, गुरूघर से कोई भूखा नहीं जा सकता।उन्होंने कहा कि अगर किसी को पितृदोष है तो इससे घबराने की जरूरत नहीं हैं। घर में जब भी भगवान शिव की आरती करो तो दीपक की ज्योति के दर्शना करना और आरती के बाद दीपक मंदिर में मत रखना उसे रसोई में उस मटके के पास रखना जिसका आप पानी पीते हो, अगर मटका नहीं है तो आरओ के पास रख देना पितृदोष समाप्त हो जाएगा। इसके बाद आरती का आयोजन किया गया। सिरसा के विधायक गोपाल कांडा ने शिवपुराण महाकथा शुरू होने से पूर्व शिवालय और भगवान शिव की विशाल प्रतिमा के समक्ष वाटिकाओं में 51 बेलगिरी के पौधेरोपित किए।सं.संजयवार्ता