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भारत में धूम्रपान से हर वर्ष हो जाती है 80 लाख लोगों की मौत:डॉ पुरोहित

जालंधर 13 मार्च (वार्ता) राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के प्रधान अन्वेषक डॉ नरेश पुरोहित ने कहा कि धूम्रपान एक महामारी और एक बड़ा सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है, जिससे देश में वर्ष भर में 80 लाख से अधिक लोग मारे जाते हैं। इनमें से 70 लाख से अधिक लोग प्रत्यक्ष तम्बाकू उपयोग के कारण मरते हैं, और 12 लाख गैर-धूम्रपान करने वाले लोग जो सेकेंड हैंड धुयें के संपर्क में आते हैं।
धूम्रपान निषेध दिवस के अवसर पर बुधवार को यहां पत्रकारों के सामने अपनी चिंता व्यक्त करते हुये राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम के सलाहकार डॉ. पुरोहित ने कहा कि भारत की 138 करोड़ की आबादी में से 12 करोड़ लोग या नौ प्रतिशत भारतीय धूम्रमान करने वाले लोग हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य के मद्देनजर इसे काफी हद तक कम करने की जरूरत है।
प्रसिद्ध महामारी विशेषज्ञ ने बताया कि डब्ल्यूएचओ के अनुमान के अनुसार दुनिया भर के 7.9 अरब लोगों में से 1.3 अरब लोग धूम्रपान करते हैं और उनमें से 80 प्रतिशत निम्न और मध्यम आय वाले देशों में रहते हैं।
अमेरिकन जर्नल ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन के अनुसार, पारंपरिक सिगरेट पीने वालों में गैर-धूम्रपान करने वालों की तुलना में टाइप दो मधुमेह विकसित होने की संभावना 30 प्रतिशत
से 40 प्रतिशत अधिक होती है। उन्होंने कहा, “ धूम्रपान फेफड़ों की कार्यप्रणाली को ख़राब करता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को कम करता है। ”
जाने-माने प्रिवेंटिव ऑन्कोलॉजी विशेषज्ञ ने चेतावनी दी है कि धूम्रपान से हमारे शरीर की प्रणालियों पर निरंतर जटिलतायें और दीर्घकालिक प्रभाव पड़ सकते हैं। यह शरीर पर दीर्घकालिक नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकता है, जिसमें हृदय रोग, फेफड़ों का कैंसर, जीभ, ग्रसनी और स्वरयंत्र का मौखिक कैंसर और मधुमेह शामिल हैं। उन्होंने खुलासा किया कि टाटा कैंसर अस्पताल, मुंबई के हालिया अध्ययन के अनुसार, 10 लाख मौतें धूम्रपान के कारण होती हैं, जिनमें से 2,00,000 से अधिक मौतें सेकेंड हैंड धुयें के संपर्क में आने से होती हैं, और 35,000 से अधिक मौतें धुआं रहित तंबाकू के उपयोग के कारण होती हैं। उन्होंने कहा, “ भारत में लगभग 27 प्रतिशत कैंसर तंबाकू के उपयोग के कारण होते हैं। तंबाकू के उपयोग से होने वाली बीमारियों की कुल प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष लागत 1.82 करोड़ रुपये थी, जो भारत की जीडीपी का लगभग 1.8 प्रतिशत है। ”
ठाकुर.श्रवण
वार्ता
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