Thursday, May 9 2024 | Time 19:09 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


विकास समावेशी होना चाहिये : प्रोफेसर

चंडीगढ़, 05 अप्रैल (वार्ता) मुंबई विश्वविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के प्रमुख प्रोफेसर बालकृष्ण विट्ठल भोसले ने शुक्रवार को कहा कि विकास समावेशी होना चाहिये।
श्री भोसले पंजाब विश्वविद्यालय में ‘भारत में विकास एवं राजनीति’ विषय पर व्याख्यान दे रहे थे। उन्होंने कहा कि यह सच है कि विकास के बिना राजनीति और राजनीति के बिना विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि यह को नयी परिघटना नहीं है और विकास की प्रणाली आजादी के बाद से ही चली आ रही है, भले ही उनके स्वरूप या नजरिये में परिवर्तन होता रहा हो।
उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि सत्ता में रहे अलग-अलग विचारधाराओं वाले राजनीतिक दल विकास के अलग-अलग रास्तों को बढ़ावा देते रहे हैं। हालांकि, हर युग के विकास की अपनी सीमाएं और बाधाएं हैं जिनमें भ्रष्टाचार, नौकरशाही के अवरोध, क्षेत्रीय विषमताये और हाशिये के समूहों को बाहर रखना आदि शामिल हैं। उन्होंने कहा कि विकास समावेशी होना चाहिए और विभिन्न सामाजिक समूहों और क्षेत्रों को साथ लेकर चलना चाहिये। उन्होंने कहा कि विकास परियोजनाओं में भेदभाव, हताशा और विस्थापन अच्छे संकेत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास के साथ सामाजिक विकास भी जरूरी है। प्रोफेसर ने प्रतिभागी विकास पर जोर देकर कहा कि विकास एजंडा कुछ राज्यों, कुछ बड़े शहरों या कुछ कॉर्पोरेट समूहों से संचालित नहीं होना चाहिये।
महेश.श्रवण
वार्ता
image