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सार्वजनिक स्वास्थ्य संस्थानों को मजबूत करने की जरूरतः डॉ. नेगी

शिमला, 07 अप्रैल (वार्ता) रोकथाम इलाज से बेहतर है और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए अपनी जीवनशैली और खान-पान की आदतों में सुधार करने की आवश्यकता है। नियमित एवं अनुशासित दिनचर्या ही बीमारी से बचने का सबसे कारगर उपाय है।
विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर बोलते हुए आईजीएमसी शिमला के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख डा. पी.सी. नेगी ने कहा कि ज्यादातर बीमारियों का कारण हमारी गलत दिनचर्या और खान-पान है। विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति, राज्य संसाधन केंद्र एवं जन स्वास्थ्य अभियान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेते हुए डॉ. नेगी ने कहा कि जन स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करना बहुत जरूरी है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश बढ़ाने के प्रयास किये और कहा कि स्वास्थ्य ढांचा मजबूत होगा तो इसका लाभ आम जनता को मिलेगा।
डॉ. नेगी ने कहा कि विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए अस्पतालों की अपनी परीक्षण प्रयोगशालाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य एवं शिक्षा में आउटसोर्सिंग व्यवस्था नहीं होनी चाहिए. उन्होंने आशा कार्यकर्ताओं को सिस्टम का हिस्सा बनाने की भी वकालत की।
इस अवसर पर समिति के प्रदेश कार्यालय में ‘जन स्वास्थ्य केंद्र’ का भी उद्घाटन किया गया। जहां प्रत्येक माह के प्रथम रविवार को सामान्य जांच एवं परामर्श दिया जायेगा। जन स्वास्थ्य केंद्र के शुभारंभ पर स्वास्थ्य विभाग के 85 वर्षीय सेवानिवृत्त संयुक्त निदेशक बी.डी. स्वास्थ्य दिवस की अध्यक्षता कर रहे शर्मा ने समिति की इस स्वैच्छिक पहल की सराहना की। उन्होंने कहा कि उम्र बढ़ने के साथ बुजुर्गों को चिकित्सकीय परामर्श की जरूरत होती है लेकिन उनके लिए अस्पताल तक पहुंच पाना संभव नहीं होता है। जन स्वास्थ्य केंद्र इस दिशा में एक सराहनीय पहल है।
इस अवसर पर आईजीएमसी शिमला के सामुदायिक चिकित्सा विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अमित सचदेवा ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने ‘हमारा स्वास्थ्य हमारा अधिकार’ का नारा देकर स्वास्थ्य को प्राथमिकता बनाने का संदेश दिया है। गैर संचारी रोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया।
इस अवसर पर समिति ने 91 वर्षीय प्रोफेसर आर.के. को सम्मानित किया। गुप्ता, 85 वर्षीय डॉ. बी.डी. शर्मा एवं मुख्य वक्ता डॉ. पी.सी. नेगी ने उन्हें हिमाचली टोपी पहनाकर सम्मानित किया।
सं.संजय
वार्ता
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