राज्य » राजस्थानPosted at: Apr 21 2021 6:57PM सरिस्का में वन्य-जीव गणना के तीसरे दिन बारिश से बाधा आईअलवर, 21 अप्रैल (वार्ता) राजस्थान में अलवर जिले के सरिस्का बाघ परियोजना में चल रही वन्यजीव गणना के तीसरे दिन बारिश के चलते वनकर्मियों को पगमार्क लेने में परेशानी का सामना करना पड़ा। मंगलवार सायं को अचानक मौसम बदलने से बारिश होने से पगडंडियों पर वन्य-जीवों के पगमार्क बारिश से नही आए। जिससे वनकर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। बारिश होने से पगडंडियों की मिट्टी जम जाने से वन्य-जीवों के पगमार्क नहीं दिखाई देते हैं। गौरतलब है कि वन्यजीव गणना मोबाइल ऐप से साईन सर्वे प्रथम चार दिन माशाहारी वन्यजीवो का पगडंडियों एवं पीआईपी पर गणना सोमवार से शुरू की गई है। वन्यजीव गणना के दौरान वनकर्मी व्यस्त दिखाई दिए जो अपनी अपनी बीटों के अंदर वन्यजीव गणना में जूटे हैं। सरिस्का में मोबाइल ऐप से बीटों की गणना का डाटा लेना पड़ रहा है पहले यह गणना शीट में भी भरनी पड़ती थी, लेकिन अबकी बार ऐसा नही है। सरिस्का में सोमवार को पहले दिन कही तेंदुए के तो कही जरख के पगमार्क मिले हैं। कई बीटों पर पगमार्क नहीं मिले। सरिस्का उपवनसरक्षक सुदर्शन शर्मा ने बताया कि वन्यजीव गणना का प्रशिक्षण पूर्व में दे दिया गया है। वन्यजीव गणना 19 अप्रैल से 26 अप्रैल तक चलेगी। सरिस्का अभयारण्य क्षेत्र की सभी 102 बीटों पर कोर एरिया तथा अलवर बफर जोन में भी वन्य-जीवों की गणना की जा रही है। जिसमें प्रथम चार दिन माशाहारी वन्य-जीवों की गणना होगी जिसमें जानवरों के पगमार्क स्क्रेट मल आदि की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। अंतिम चार दिन शाकाहारी वन्य-जीवों की गणना होगी जिसमें सांभर चीतल नीलगाय वनस्पतियों की मौजूदगी दर्ज की जाएगी। वनकर्मियों की कमी होने के कारण वन्यजीव गणना में होमगार्डों की ड्यूटी लगाई गई है।जैन सुनीलवार्ता