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विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी


स्कूली छात्रा के बनाये एेप के जरिये उद्यमियों से जुड़ेंगे छात्र

स्कूली छात्रा के बनाये एेप के जरिये उद्यमियों से जुड़ेंगे छात्र

अमित आनंद


 


नयी दिल्ली 18 जनवरी (वार्ता) दिल्ली में बसंत कुंज स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) की 12वीं कक्षा की छात्रा भार्गवी गोयल ने ऐसा एक ऐप बनाया है जिसके जरिये छात्र सीधे उद्यमियों से संपर्क कर सकेंगे । ‘ग्लोरिफायर-गिव फायर टू ड्रीम्स ’ नामक इस ऐप को गुरुग्राम स्थित द इन्टरप्रिन्योरशिप स्कूल (टीईएस) ने अपने इनक्यूबेशन प्रोग्राम में शामिल कर लिया है । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्टार्टअप इंडिया और स्टैंडअप इंडिया अभियान का असर अब स्कूल के बच्चों पर भी होने लगा है । ऐसा ही कुछ किया है भार्गवी ने , जिसके ऐप के जरिये छात्र अब सीधे उद्यमियों से संपर्क कर सकेंगे । भार्गवी ने ‘यूनीवार्ता’ से बातचीत में कहा कि स्कूल की हेड गर्ल होने के नाते उन्हें छात्रों की परेशानियों का आभास है, उनके स्कूल के छात्र और दूसरे दोस्तों ने अलग-अलग तरह के कई ऐप को तैयार किये हैं लेकिन उन्हें यह पता नहीं चल रहा है कि कैसे सही उद्यमी तक ऐप के साथ पहुंचा जाये, इसी सोच के साथ उन्होंने इस ऐप काे तैयार करने का विचार किया । उन्हाेंने कहा, “ इस ऐप की सबसे बड़ी खासियत छात्रों को ऐसा मंच उपलब्ध कराना है जिससे वे अपने ऐप के लिये अासानी से चीजें तलाश सकें और उद्यमी भी छात्रों से जुड़ कर बहुत कम लागत में अपने मनमुताबिक ऐप पा सकें। ” भार्गवी ने कहा, “ यह ऐप एक प्लेटफार्म की तरह काम करता है जहां ऐप डेवलप करने वाले अपने प्रोजेक्ट को अपलोड करके दूसरों से उसके बारे में चर्चा कर सकते हैं । अाप चाहें तो अपनी टीम चुन कर काम कर सकते हैं और एक दूसरे से अपनी कल्पनाशीलता के बारे में विचार-विमर्श कर सकते हैं। इस ऐप से छात्र अपने मेंटर्स काे भी चुन सकते हैं जो ऐप को तैयार करने और उसकी खामियाें को दूर करने में छात्रों की मदद करेंगे ।” मेधावी छात्रा ने कहा,“इस ऐप में विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, इंजीनियरिंग, पेंटिंग, फाेटोग्राफी, स्कल्पचर, चैरिटी कार्य, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट जैसी कई अलग-अलग कैटेगरी हैं जिसमें से छात्र अपने मनपसंद कैटेगरी को चुन सकते हैं और उन पर काम शुरू कर सकते हैं। जैसे ही आप अपनी पसंद की कैटेगरी चुनेंगे उसमें उस कैटेगरी से जुड़ी प्रोजेक्ट्स आपको वहां दिखेगा, अगर आप किसी टीम में शामिल हाेना चाहे तो प्रोजेक्ट लीडर से संपर्क कर सकते हैं और टीम में शामिल हो सकते हैं । इसी तरह जब आपके प्रोजेक्ट को अगर टीम या मेंटर की जरूरत है जो वह भी आप से जुड़ सकते हैं।


              भार्गवी ने प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुये कहा कि उनके सत्ता में आने के बाद छात्रों को ऐसे नवोन्मेषी कार्यों को करने का हौसला मिला है और उन्हें पता है कि युवा भारतीयों की क्षमता का उपयोग कैसे करना है । उन्हाेंने कहा कि इस एंड्रॉयड ऐप को मिल रही सकारात्मक प्रतिक्रिया एवं समर्थन से वह काफी उत्साहित है और इसमें सुधार करने के साथ-साथ वह इसका आईओएस (एप्पल फोन) वर्जन भी तैयार कर रही है । इस मौके पर टीईएस के निदेशक मसरूर लोदी ने कहा कि उन्हाेंने भार्गवी के इस ऐप को अपने इनक्यूबेशन प्रोग्राम में इसलिये शामिल किया है क्योकि वह युवा है और उसकी सोच काफी प्रभावशाली है। मसरूर लोदी ने कहा, “ हम मानते हैं की एक बेहतर इनक्यूबेशन से उनकी क्षमता का पूरी तरह से उपयोग हो सकेगा और अागे चल कर इसका अच्छा परिणाम मिलेगा। यह ऐसा ऐप है जिससे युवा सशक्तीकरण बढ़ेगा, हर छात्र को अपनी कल्पना को एक स्टार्टअप में बदलने में ग्लोरिफायर ऐप मदद करता है ।” उन्होंने कहा, “ टीईएस ऐसे छात्रों को मंच प्रदान करता है जिनके जरिये विद्यार्थी अपनी कल्पनाशीलता को सच्चाई में बदल सकते हैं। ऐप के मामले में आम तौर पर युवाअों के पास सोच तो होती है और उसे तैयार करने की शुरुआत करते हैं लेकिन सही मार्गदर्शन नहीं मिलने से वे इसे बीच में ही छोड़ देते हैं, ऐसे में हम उन्हें पूरा साथ देते और उन्हें हर तरह की तकनीक के साथ मदद मुहैया कराते है।” उन्होंने कहा निष्ठावान एकेडमीशियन और उद्यमियों द्वारा स्थापित उनके स्कूल का विजन है कि शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों, उद्यमियों और स्टार्टअप अभियान से जुड़ने वालों के लिए दीर्घ एवं लघु अवधि के प्रोग्राम प्रदान कराये।

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