राज्यPosted at: Sep 5 2018 9:28PM अशोकनगर में बंद को लेकर सतर्कताअशोकनगर, 05 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश के अशोकनगर में अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम में संशोधन के विरोध में बंद को लेकर सकर्तता बरती जा रही है। जिले में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।बंद के दौरान किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए गुना एवं ग्वालियर से तीन रिजर्व कम्पनियां बुलाई हैं, वहीं जिला पुलिस बल के 600 जवानों की तैनाती भी की गई है।जिले के सभी व्यापारी संगठनों एवं सामाजिक संगठनों ने गुरुवार को अपने प्रतिष्ठान बंद कर रखने की घोषणा करते हुए इस बंद में शामिल होने की घोषणा कर दी है। इस बंद में जिले के पेट्रोल पंप, निजी स्कूल और यात्री बसें भी बंद रहेंगी। अनाज व्यापारियों ने भी बंद के समर्थन में मंडी में खरीदी बंद रखने की घोषणा की है। शहर के सब्जी, दूध और चाय-नाश्ता होटल संचालकों ने भी बंद का समर्थन करते हुए अपने प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद रखने की घोषणा की है। कई मेडीकल दुकान संचालकों ने भी इस बंद के समर्थन में अपनी दुकानें बंद करने की घोषणा की है।सवर्ण, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग अधिकारी कर्मचारी संस्था (सपाक्स) ने बंद का समर्थन किया है। वहीं अन्य संगठनों ने भी शहर में पर्चे बांटकर लोगों को बंद में शामिल होने की अपील की। इसके अलावा क्षत्रिय राजपूत समाज बहुउद्देशीय विकास समिति के कार्यकर्ताओं ने भी शहर में पेंफलेट बांटे और हाथ जोड़कर सभी से इस बंद के लिए समर्थन मांगा। कलेक्टर डॉ मंजू शर्मा ने भी आज शाम को सपाक्स के कार्यकर्ताओं को बुलाकर समझाइश दी, जहां पर कार्यकर्ताओं ने बंद शांतिपूर्ण रहने का विश्वास दिलाया।इस बंद को देखते हुए बुधवार शाम को पुलिस जवानों ने शहर में फ्लेगमार्च निकाला, जो गांधी पार्क से शुरू होकर शहर के प्रमुख मार्गों से होते हुए निकला। कलेक्टर ने बताया कि धारा 144 लागू कर दी है, सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हैं। शांतिपूर्ण बंद की सूचना हमें संगठनों ने दी है। सरकारी स्कूलों को अभी बंद नहीं किया है, हालांकि स्थिति पर पूरी तरह से नजर है। किसी को कोई परेशानी नहीं आने देंगे।सं सुधीरवार्ता