महोबा 08 नवम्बर (वार्ता) उत्तर प्रदेश में महोबा में चरखारी का सुप्रसिद्ध एतिहासिक एवं धार्मिक मिनी वृन्दावन के रूप में विख्यात गोवर्धन नाथ मेला गुरुवार को वैदिक मंत्रोच्चारो के बीच परम्परागत तरीके से आरम्भ हो गया।
इस अवसर पर यहाँ सदर स्थित मंदिर से गोवर्धन पर्वत धारी भगवान् कृष्ण को रथ में सवार कर सैकड़ो भक्तो द्वारा आकर्षक बैंड बाजो के साथ मेला स्थल में बंगले तक पहुचाया गया। जहां योगिराज एक माह तक अन्य देवगणों के साथ प्रवास करेंगे।
दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा से शुरू होकर एक माह तक चलने वाले इस मेले को लेकर चरखारी में सुबह से कृष्ण भक्तो का भारी हुजूम उमडा। हाथो में मोरपंख लिए मोन साधना करते हुए कृष्ण भक्तों ने एक के बाद दूसरे मंदिर में पूजन अर्चना की। इस दौरान नर्तको की टोलियो ने खूब समा बांधा।
गोवर्धन जी महराज की सवारी के गुजरते समय सड़को पर दोनों और खड़े होकर लोगो ने पुष्प वर्षा की। लोगो ने जगह जगह उनकी आरती उतार पूजा की। मुख्य पुजारी रविन्द्र गुरुदेव ने पांच अन्य पुरोहितो के साथ बंगला में विधि विधान के साथ अनुष्ठान कर गोवर्धन पर्वत धारी कृष्ण, देवी राधा, बलराम आदि की प्रतिमाओं को स्थापित कराया गया।
इस मौके पर मुख्य यजमान के रूप में जिलाधिकारी सहदेव मोजूद रहे। मेला आयोजक नगर पालिका परिषद् के अधिशाषी अधिकारी लालचंद्र सरोज ने बताया की उत्तर भारत में सबसे लम्बी अवधि एक माह तक चलने वाले गोवर्धन नाथ मेले की शुरुआत 135 वर्ष पूर्व हुई थी। चरखारी रियासत के तत्कालीन महाराज मलखान सिंह जू देव ने इसे आरम्भ कराया था। वे भगवान् कृष्ण के उपासक थे। उन्होंने चरखारी नगर में 108 कृष्ण मंदिरों एवं आकर्षक झीलों और सरोवरो की स्थापना भी कराई थी। बुन्देखंड के महत्वपूर्ण पर्यटक स्थलों में से एक चरखारी अपने प्राचीन वैभव मंगलगढ़ दुर्ग ,मंदिरों,रियासत कालीन भवनों,पर्वतों और झीलों के साथ नैसर्गिक सुषमा के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहता है।
चेयरमेन मूलचंद्र अनुरागी ने बताया की गोवर्धन नाथ मेले में देवोत्थान एकादशी कार्तिक पूर्णिमा आदि प्रमुख पर्वो पर दूर-दूर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओ की भीड़ जुटती है। इसी कारण इसके प्रथम पखवारे में धार्मिक सत्संग प्रवचन रामलीला और रासलीला के आयोजन होते है। इसके अतिरिक्त मेले में विभिन्न राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक स्तरीय प्रतियोगिताओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी धूम रहती है। जिसमे देश के नामचीन कलाकार हिस्सा लेते है। उन्होंने बताया की मेले को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए पालिका परिषद् द्वारा अबकी 26 लाख रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।