राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jan 13 2020 8:30PM उत्तर प्रदेश-आनंदीबेन एनीमिया जंग दो अंतिम लखनऊश्रीमती पटेल ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र में 85 प्रतिशत, आन्ध्र प्रदेश में 77 प्रतिशत, तमिलनाडु में 58 प्रतिशत तथा उत्तर प्रदेश में 56 प्रतिशत महिलाओं में खून की कमी पायी गयी है। यह भयावह स्थिति है। केन्द्र और राज्य सरकारों द्वारा करोड़ों रूपये खर्च करने के बावजूद भी इसमें कोई अन्तर नहीं आया है। एनीमिया के खिलाफ जंग में समाज के सभी लोगों को आगे आना होगा तभी इस समस्या का निदान हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इस कार्य में बहुत पैसे की आवश्यकता नहीं है बल्कि केवल जागरूकता से ही इसको दूर किया जा सकता है। बालिकाओं के जन्म से लेकर वयस्क होने तक खान-पान पर विशेष ध्यान देकर खून की कमी की समस्या को समाप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने विश्वविद्यालयों में छात्राओं के रक्त की जांच करायें। श्रीमती पटेल की उपस्थिति में गुजरात टेक्निकल यूनिवर्सिटी, ईडीआईआई गांधीनगर गुजरात तथा एकेटीयू के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित हुआ। राज्यपाल ने इस अवसर पर विश्वविद्यालय में जन सुविधा केन्द, निदेशक आवास, बैंक व पोस्ट आफिस भवन तथा सेंटर फार एडवांस स्टडीज में इंडस्ट्रियल आटोमेशन लैब का लोकार्पण किया। इसके अलावा इन्होंने एनीमिया जांच का डाटा एकत्र करने वाले एप तथा एकेटीयू के चैट बाॅट का लोकार्पण किया। डा0 कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय चैट बाॅट आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस आधारित तकनीक लागू करने वाला राज्य का पहला विश्वविद्यालय है। इस अवसर पर राज्यपाल ने एनीमिया को दूर करने के लिए शपथ दिलाई। इससे पहले राज्यपाल ने विश्वविद्यालय प्रांगण में पीपल तथा प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने वट का पौधा लगाया। कार्यक्रम में प्राविधिक शिक्षा मंत्री श्रीमती कमल रानी, एकेटीयू के कुलपति प्रो0 विनय कुमार पाठक, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 एमएलबी भट्ट, ईडीआईआई गांधीनगर गुजरात के महानिदेशक प्रोफेसर सुनील शुक्ला के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक एवं छात्र-छात्राएं भी उपस्थित थे।त्यागीवार्ता