राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Nov 16 2020 8:28PM यम द्वितीया पर हजारों भाई बहनो ने लगायी यमुना में डुबकीमथुरा 16 नवम्बर (वार्ता) यम द्वितीया के पावन पर्व पर मोक्ष प्राप्ति की आशा में हजारों भाई बहनो ने सोमवार को मथुरा में एक साथ पतित पावनी यमुना के विश्राम घाट पर स्नान किया हालांकि महत्वपूर्ण स्नान में इस बार कोरोना वायरस का प्रभाव स्पष्ट नजर आया। सिटी मजिस्ट्रेट मनोज कुमार सिंह ने बताया कि प्रशासन ने स्नान की व्यापक पैमाने पर व्यवस्थाएं की थीं। पिछली कमियों को इस बार न केवल ठीक किया गया था बल्कि उन्हें और बेहतर बनाने का प्रयास किया गया था लेकिन तीर्थयात्रियों की संख्या हजारों में ही सिमट गई। कहीं से किसी प्रकार की अप्रिय घटना का समाचार नही है। पौराणिक मान्यता के अनुसार जो भाई बहन आज के दिन पतित पावनी यमुना में साथ साथ स्नान करते हैं,उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है तथा उन्हें यम के फांस से मुक्ति मिल जाती है। यम द्वितीया पर बहन यमुना के घर में हुई अपनी आवभगत से खुश होकर यमराज ने अपनी बहन यमुना के कहने पर वरदान दिया था कि जो भाई बहन आज के दिन साथ साथ विश्राम घाट पर यमुना में स्नान करेंगे उन्हें यमलोक नही जाना पड़ेगा। यद्यपि पिछले सालों की तरह यमुना का स्नान आज तड़के तीन बजे से ही शुरू हो गया था लेकिन दोपहर बाद तक कोई समय ऐसा नही आया जिससे महसूस हो कि बाहर से लोग यमुना स्नान को आए हैं। जहां पिछले सालों स्नानार्थियों की संख्या तीन से चार लाख तक पहुंच जाती थी जबकि कोरोना के संक्रमण के कारण इस साल यह संख्या हजारों में ही सिमटकर रह गई। कम भीड़ आने का फायदा उन्हें मिला जिन्होंने अपनी बहन कि साथ आज यमुना में स्नान किया। वे बड़े इत्मिनान से स्नान कर सके तथा बाद मे उन्होंने धर्मराज मन्दिर में पूजन अर्चन भी किया। तीर्थयात्रियों की संख्या कम होने के कारण आज बाजार की पुरानी रौनक नही देखने को मिली। यद्यपि विश्राम घाट पर तीर्थयात्रियों के स्नान करने की संख्या किसी भी समय ऐसी नही थी जिससे स्नान करने में किसी प्रकार का व्यवधान हो इसके बावजूद सैकड़ों लोगेा ने यमुना के अन्य घाटों में स्नान के साथ साथ अन्य घाटों एवं यमुना के उस पार में भी स्नान किया।सं प्रदीपवार्ता