राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Mar 22 2024 7:38PM जनसहभागिता से लायी जा सकती है हरित क्रांति: डा लाललखनऊ 22 मार्च (वार्ता) आम लोगों के बीच जाकर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगा रहे भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी और सिंचाई एवं जल संधान विभाग में विशेष सचिव डा हीरा लाल ने कहा कि जनसहभागिता से ही देश में हरित क्रांति लायी जा सकती है। विश्व जल दिवस के अवसर पर आयोजित एक गाेष्ठी में डा लाल ने शुक्रवार को कहा कि जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। पानी का बेजा इस्तेमाल रोकने के लिये लोगों को स्वयं ही जागरुक होना पड़ेगा वहीं भूजल के गिरते स्तर को रोकने के लिये लोगों को अपने घर के बाहर और पार्को में वृक्षारोपण करना चाहिये। उन्होने कहा “ यदि हम वर्षा जल का समुचित संचयन करने में लापरवाही बरतते हैं तो यह हमारे और भावी पीढ़ी के लिये खतरनाक साबित होगा। पानी की बरबादी को रोकने के लिये स्कूल स्तर से ही अभियान चलाने की जरुरत है। कई स्वयंसेवी संस्थायें और बुद्धजीवी पहले ही ऐसे अभियानो में लगे हैं, बस इसका दायरा बढाने की जरुरत है। लोगों को यह समझना होगा कि वृक्षाें से न सिर्फ हमे आक्सीजन सुलभ होती है बल्कि यह जल संचयन में भी महती भूमिका अदा करते हैं। ” वरिष्ठ आईएएस ने कहा कि जल,जंगल,जमीन और पर्यावरण बचाने के लिये समय समय पर जागरुकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। किसानो को कम पानी में अधिक सिंचाई की योजना पर अमल करना होगा, उन्हे समझना होगा कि सिंचाई फसल की जरुरी है , न कि खेत की। उन्होने कहा कि यदि कोई व्यक्ति विशेष अथवा संस्था जल एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर उनके पास कोई सुझाव लेकर आती है तो वे न सिर्फ उसका स्वागत करेंगे बल्कि उसे प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी करेंगे।प्रदीपवार्ता