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क्षत्रिय स्वाभिमान महाकुंभ में क्षत्रियों से भाजपा को हराने वाले उम्मीदवार कोे मतदान करने की अपील

सहारनपुर, 07 अप्रैल (वार्ता) लोकसभा चुनाव में टिकट वितरण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओर से क्षत्रिय समाज की अनदेखी समेत अनेक कारणों से खफा राजपूत समाज के हजारों लोगों ने रविवार को कस्बा नानौता में आयोजित क्षत्रिय स्वाभिमान महाकुंभ में संकल्प लिया कि अबकी बार क्षत्रिय समाज अपने अपमान का बदला लेने के लिए भाजपा को हराने वाले उम्मीदवारों को वोट करेगा।
राजपूतों की आज की यह महत्वपूर्ण विशाल पंचायत जिले के राजपूत बहुल नानौता क्षेत्र में आयोजित हुई। जिसकी लंबे अरसे से जोरदार तैयारियां चल रही थी। पंचायत में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 14 लोकसभा क्षेत्रों, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के क्षत्रिय समाज के लोगों ने भाग लिया।
महाकुंभ में शामिल देवबंद क्षेत्र के दो पूर्व विधायकों शशिबाला पुंडीर और विरेंद्र ठाकुर ने पत्रकारों को बताया कि जनरल वीके सिंह का टिकट काटे जाने से क्षत्रिय समाज में रोष है। राजपूतों को आशंका है कि चुनावों के बाद योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सम्मेलन में क्षत्रिय समाज के वक्ताओं ने रोष जताया कि इस बार टिकट वितरण में भाजपा ने राजपूतों की पूरे देश में उपेक्षा की है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ में जहां क्षत्रिय मुख्यमंत्री होते थे वहां भाजपा ने किसी भी क्षत्रिय को मुख्यमंत्री नहीं बनाया। गाजियबाद में जनरल वीके सिंह के स्थान पर वैश्य बिरादरी के अतुल गर्ग को टिकट दिया गया। सहारनपुर, मेरठ सीटों पर भी गैर राजपूत उम्मीदवार उतारे गए।
क्षत्रिय समाज में इस बात को लेकर भी बेहद नाराजगी है कि गुजरात के पाटीदार नेता और केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने राजपूत महिलाओं के स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाली टिप्पणी की है। उससे पूरे गुजरात में भी राजपूत नाराज है। यहां तक की अहमदाबाद में शनिवार को क्षत्रिय समाज की कुछ महिलाओं ने गांधी नगर में भाजपा मुख्यालय के बाहर आत्मदाह (जौहर) करने की धमकी दी। उनसे मिलने पहुंचे राजपूत करनी सेना के अध्यक्ष महीपाल सिंह मकराणा को हिरासत में ले लिया गया। क्षत्रिय समाज पुरूषोत्तम रूपाला की उम्मीदवारी वापस लेने की मांग कर रहा है।
महाकुंभ में सरकार की अग्निवीर योजना का भी विरोध किया गया। वक्ताओं ने कहा कि यह समय तलवारों से लड़ाई का नहीं है बल्कि लोकतंत्र के जरिए अपना लक्ष्य हासिल करने का है। आज के महाकुंभ के आयोजन में क्षत्रिय समाज हरियाणा प्रदेश नरपत सिंह राणा, वहीं के गुरदीप सिंह बिजना, किसान संगठन के जिलाध्यक्ष नरपत राणा, पूर्व आईएएस सुजाता चैहान, कुशवाहा चैबीसी के बाबा, मुजफ्फरनगर के किसान मजदूर संगठन के जिलाध्यक्ष दीपक सोम, पूर्व मंत्री के बेेटे कार्तिकेय राणा, दीपक थंबर, अजय सोमखेडा, विनोद थंबड, क्षत्रिय युवा दल के महेंद्र सिंह, हरियाणा के सहेंद्र प्रताप, मेरठ से सपना सोम, पूर्व सीएमओ डा. विक्र्रम सिंह, यश प्रताप, संदीप सिंह उपस्थित रहे। मंच संचालन ललित राणा और प्रीतम राणा ने किया।
आयोजकों ने कैराना लोकसभा क्षेत्र से बसपा प्रत्याशी श्रीपाल राणा को बोलने का मौका नहीं दिया। इस बात को लेकर थोड़ी देर के लिए मंच के आसपास अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।
आयोजको की ओर से साफ किया गया कि राजपूत समाज आज की अपनी घोषणा से किसी भी सूरत में पीछे नहीं हटेगा और यदि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत किसी भी बड़े राजपूत की बात भी नहीं मानेगा।
कल तक आयोजकों को महाकुंभ के आयोजन की अनुमति नहीं मिलने और गिरफ्तार कर लिए जाने की आशंका थी, लेकिन प्रशासन ने अनुमति देकर और कोई भी उत्पीडनात्मक कार्रवाई न करके सूझबूझ का परिचय दिया। यदि ऐसा न होता तो स्थिति बिगड़ सकती थी और भाजपा को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ सकता था।
सं. उप्रेती
वार्ता
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