दुनियाPosted at: Jul 11 2018 10:37PM थाईलैंड के अधिकारियों ने कहा कि किस तरह से कई दिनों तक गुफा में फंसे रहने के बाद सभी 13 लोग जिंदा बच गये और उन्हें किस तरह नेवी सील ने विदेशी गोताखोरों की मदद से सुरक्षित बाहर निकाला ,यह पूरा वृतांत बेहद प्रशंसनीय के साथ रोमांचक भी है। कुल मिलाकर यह पूरा प्रकरण इस गुफा को एक आकर्षक पर्यटन स्थल बनाने का रास्ता प्रशस्त करता है। प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत चान-ओ-चा ने कहा है कि पर्यटकों की सुरक्षा के लिए गुफा के अंदर और बाहर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जायेंगे। गुफा की इस घटना के संबंध में एक बुकलेट भी जारी की जायेगी। बाढ़ ग्रस्त गुफा से फुटबॉल टीम के 12 लड़कों और उनके कोच को सुरक्षित निकाले जाने के बाद फेसबुक पर पोस्ट कर बताया गया कि सभी सुरक्षित हैं। इन तीन शब्दों के साथ दुनियाभर का ध्यान खींचने वाली 18 दिन की यह कठिन परीक्षा समाप्त हुई। हालांकि इस अभियान में सेना के एक पूर्व अनुभवी गोताखोर को अपनी जान भी गंवानी पड़ी। बचाव कार्य में मुख्य भूमिका में रही थाईलैंड की नेवी सील ने इस साहसिक कार्य का जश्न कल शाम एक पोस्ट के जरिए मनाया। उन्होंने लिखा ,“ सभी 13 वाइल्ड बोर्स अब गुफा से बाहर हैं। ’’ वाइल्ड बोर बच्चों की फुटबॉल टीम का नाम है।पोस्ट में कहा गया,“ हमें नहीं पता कि यह कोई करिश्मा है , विज्ञान है या क्या है। ”रविवार और सोमवार को थाईलैंड और अंतरराष्ट्रीय गोताखोरों के एक दल ने आठ लड़कों को बाहर निकाला। मंगलवार को अंतिम बचे चार लड़कों और उनके कोच को गुफा से बाहर लाया गया।इन सभी के सुरक्षित बाहर आने के बाद एक चिकित्सक और तीन सील गोताखोर भी गुफा से बाहर आए जो कई दिनों तक इन लड़कों के साथ अंदर गुफा में मौजूद थे। आशा रायटर