भारतPosted at: Sep 9 2018 1:38PM जुर्माने और इनाम से बदली डूंगरपुर की तस्वीर
नयी दिल्ली 09 सितंबर (वार्ता) राजस्थान के दक्षिण में स्थित आदिवासी बहुल पर्वतीय नगर डूंगरपुर में साफ सफाई का, रहन सहन और नागरिकों की दिनचर्या का परिदृश्य महज ‘जुर्माने और इनाम’ की बदौलत बदल दिया गया है।
डूंगरपुर नगर परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ के अंतर्गत शहर को कूड़ा-कचरा मुक्त करने का बीड़ा उठाया तो इसमें सबसे पहले बच्चों, किशाेरों और युवाओं को भागीदार बनाया। स्वच्छता अभियान की सफलता गेप झील में दिखायी देती है जिसे पूरे शहर ने मिलकर साफ किया है और इसे गंदा करने वाले व्यक्ति के खिलाफ लोग न केवल शिकायत करते हैं बल्कि उससे साफ भी कराते हैं। पूरा शहर इस झील के किनारे बसा है और शाम काे पूरा शहर इसके किनारे जुट जाता है।
राजस्थान में ‘स्वच्छता के दूत’ और डूंगरपर नगर परिषद के सभापति के के गुप्ता ने यहां बताया कि साफ सफाई के अभियान में पूरे शहर के लोगों का सहयोग मिला है जिसके कारण डूंगरपुर को राजस्थान में सबसे पहले ‘खुले में शौच से मुक्त’ (ओडीएफ) घोषित किया जा सका हालांकि उन्होेंने कहा कि यह आसान नहीं था। आदिवासी बहुल इलाके में मानसिकता बदलने के लिये कड़ी मेहनत करनी पड़ी और कई नये प्रयोग किये गये।
उन्होंने बताया कि गन्दा करने वाले लोगों से जुर्माना वसूलने और गन्दगी फैलाने वाले लोगों की सूचना देेने व्यक्ति को इनाम देने की व्यवस्था की गयी। इसका स्वच्छता अभियान पर बेहद सकारात्मक प्रभाव पड़ा। उन्होंने बताया कि पूरे शहर को 30 भागों में बांटा गया और 60 हजार की आबादी को व्हाट्सऐप से जोड़ दिया गया। प्रत्येक परिवार के कम से कम एक व्यक्ति को नगर परिषद से जुड़ना अनिवार्य कर दिया गया।
श्री गुप्ता के अनुसार ओडीएफ का लक्ष्य हासिल करने के लिए डूंगरपुर में सबसे पहले घरों में शौचालय बनाये गये। इसके बाद लाेगों को इसका इस्तेमाल करने के लिये प्रेरित किया गया। स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता के बारे में जागरुक करने के शिविर लगाये गये लेकिन कुछ लोगोें का खुले में शौच जाना जारी रहा। उन्होंने बताया कि शहर में 19 ऐसी जगहें चिह्नित की गयीं जहां लोग शौच के लिए जाते थे। इन स्थानों पर झाड़ियों आदि की कटाई की गयी और पूरे क्षेत्र में रोशनी की व्यवस्था की गयी। निगरानी के लिए तड़के तीन बजे से लेकर आठ बजे तक नगर परिषद के कर्मचारी तैनात किये गये और स्थानीय लोगों से फोटो खींचकर व्हाट्सऐप पर डालने के लिये कहा गया।
सत्या, यामिनी
जारी वार्ता