नयी दिल्ली, 06 जुलाई (वार्ता) गुलाबी शहर के नाम से मशहूर जयपुर को यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल सूची में शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस खबर पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा, “जयपुर संस्कृति और वीरता से जुड़ा शहर है। सुंदर और ऊर्जावान, जयपुर का अतिथि सत्कार सबको लुभाता है। यह प्रसन्नता का विषय है कि इस शहर को यूनेस्को की विरासत स्थल सूची में शामिल किया गया है। ”
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने भी इस पर प्रसन्नता व्यक्त की है और इसे देश के लिए गर्व का विषय बताया है। जयपुर के आमेर किले और जंतर-मंतर को विश्व विरासत सूची में पहले ही जगह मिल चुकी है।
यूनेस्को की विरासत स्थल समिति की अजरबैजान की राजधानी बाकू में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। जयपुर देश का 38वां विरासत स्थल है जिसे विरासत सूची में शामिल किया गया है। इससे पहले अब तक अजंता एलोरा की गुफाएं, ताजमहल, भीमबेटका, काजीरंगा समेत 37 स्थल इस सूची में शामिल किये जा चुके थे। इस सूची में विश्व के 167 देशों के 1016 विरासत स्थलों को शामिल किया जा चुका है।
जयपुर शहर की स्थापना 1727 में राजा जयसिंह ने की थी। यह अपनी स्थापत्य कला के कारण पर्यटकों में आकर्षण का केंद्र है। यहां की संस्कृति, वस्त्र सज्जा और लोकगीत लोगों को लुभाते रहे हैं। इस शहर में हवा महल, जल महल, नाहर गढ़ का किला प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।
अरविंद, उप्रेती
वार्ता