भारतPosted at: Nov 5 2019 11:16PM दिल्ली की हवा में कम हुआ जहर, बुधवार को फिर बढ़ने की आशंका
नयी दिल्ली 05 नवंबर (वार्ता) तेज हवाओं ने मंगलवार को दिल्ली को प्रदूषण से थोड़ी राहत जरूर दिलाई लेकिन हवा की गुणवत्ता अब भी ‘बेहद खराब’ श्रेणी में बनी हुई है और बुधवार को इसके एक बार फिर ‘खतरनाक’ की श्रेणी में पहुँचने की आशंका है।
पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के ‘सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकॉस्टिंग एंड रिसर्च’ (सफर) के अनुसार, आज 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के कारण राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता का स्तर ‘खतरनाक’ से सुधर कर ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में आ गया है हालाँकि, उसने चेतावनी दी है कि रात में जब हवा की रफ्तार कम होगी तो हवा की गुणवत्ता एक बार फिर ‘खतरनाक’ की श्रेणी में पहुँच जायेगी।
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसियान शिखर सम्मेलन से स्वदेश लौटने के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्रदूषण के कारण उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने इससे निपटने के लिए उठाये जा रहे कदमों की विस्तार से जानकारी ली। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर कहा कि श्री मोदी ने एक बैठक में राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा की।
सफर का कहना है कि अभी पश्चिमोत्तर की तरफ से हवाएँ दिल्ली की ओर आ रही हैं जो अपने साथ उन इलाकों से प्रदूषक कणों को ला रही हैं जहाँ पराली जलायी जा रही हैं। उसने बताया कि सोमवार को पराली जलाये जाने की मात्रा इस मौसम में सबसे ज्यादा रही।
आज दिल्ली में पीएम-10 का स्तर 278 और पीएम-2.5 का 193 दर्ज किया गया। बुधवार को पीएम-10 का स्तर 350 पर और पीएम-2.5 का 244 पर पहुँचने का पूर्वानुमान है।
सफर के अनुसार, 07 नवंबर से हवा की दिशा बदलने की संभावना है। इससे हवा उन इलाकों से दिल्ली की ओर नहीं आयेगी जहाँ पराली जलाई जा रही है। साथ ही बारिश की संभावना के कारण 08 नवंबर तक राजधानी वासियों को प्रदूषण से और राहत मिलने की उम्मीद है तथा हवा की गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ की श्रेणी से सुधरकर ‘खराब’ की श्रेणी में आ सकती है।
अजीत, यामिनी
वार्ता