बक्सर/नयी दिल्ली 11 जनवरी (वार्ता) बिहार के बक्सर से सांसद व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बक्सर के चौसा में हुए पुलिस तांडव और हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि पुलिस की कार्रवाई अलोकतांत्रिक थी।
श्री चौबे ने बुधवार काे यहां जारी बयान में बताया कि जिले के जिलाधिकारी, कमिश्नर सहित सभी पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों से बातचीत हुई है। उन्हें कहा है कि वह किसानों से तत्काल बातचीत की प्रक्रिया शुरू करें और तनाव कम करने की कोशिश करें। हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। उन्होंने कहा कि देर रात पुलिस ने जिस तरह से किसानों के घर में घुसकर कार्रवाई की है, वह गुंडागर्दी थी। उन्होंने कहा कि पुलिस का रवैया अलोकतांत्रिक था।
केंद्रीय मंत्री ने कहा,“मैंने मांग की है कि जो भी दोषी पुलिस वाले हैं, जिन्होंने देर रात बिना वारंट के किसानों के घर में घुसकर लाठियां चलाई, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार धृतराष्ट्र बनकर यह सब नहीं देख सकते हैं। पूरी सरकार धृतराष्ट्र बन गई है। जनता को रोड पर छोड़ कर जदयू, राजद व कांग्रेस सहित उनके सहयोगी दल सत्ता का सुख भोग रहे हैं। युवा रोजगार मांग रहे हैं तो लाठी से पीटा जा रहा है किसान हक मांग रहे हैं तो घरों में घुसकर उन्हें पीटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीतीश बाबू यही जंगल राज है।
श्री चौबे ने कहा कि मैंने 12 दिसंबर, 2022 को कंपनी और प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक की थी और उन्हें निर्देश दिया था कि वह शांतिपूर्ण तरीके से जमीन अधिग्रहण के मसले को समझाएं। जिला प्रशासन को भी आगाह किया था। किसानों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा। उन्होंने सभी से अपील की है कि हिंसा न करें। हिंसा से किसी भी समस्या का समाधान नहीं होता है।
सं.संजय
वार्ता