नूर सुल्तान/नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (वार्ता) विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि अफगानिस्तान में हाल के घटनाक्रम से क्षेत्र में और इससे बाहर चिंता बढ़ी है, वहां एक समावेशी सरकार के गठन को बढ़ावा देना तथा यह सुनिश्चित करना प्राथमिकता है इस क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद का समर्थन के लिए न हो।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद, हथियारों की तस्करी, नशीले पदार्थों का व्यापार और अन्य प्रकार के अंतरराष्ट्रीय अपराधों से निपटने के लिए सामूहिक संकल्प को मजबूत करना पहले से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है तथा सीआईसीए द्वारा प्रोत्साहित सहयोग इसमें सहायक हो सकता है।
श्री जयशंकर ने यह टिप्पणी एशिया में वार्ता और विश्वास निर्माण उपाय सम्मेलन (सीआईसीए) के विदेश मंत्रियों की कजाकिस्तान के राष्ट्रपति कसीम-जोमार्ट तोकायेव के साथ हुई संयुक्त बैठक में की। उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान में हाल घटनाक्रम से क्षेत्र में और इससे बाहर चिंता बढ़ी है, वहां एक समावेशी सरकार के गठन को बढ़ावा देना तथा यह सुनिश्चित करना प्राथमिकता है इस क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवाद का समर्थन के लिए न हो।
उन्होंने कहा कि सीआईसीए की आवाज अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया को आकार देने में एक सकारात्मक कारक हो सकती है।
उन्होंने कहा, “विश्व व्यवस्था में जो परिवर्तन सीआईसीए के समेकन में परिलक्षित होते हैं, उनसे सुधार बहुपक्षवाद के लिए एक शक्तिशाली मामला बनता है। हमारी विविध दुनिया को लोकतांत्रिक फैसले लेने का लाभ उठाने के और तरीके तलाशने चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि सीआईसीए के सदस्य एशिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता बढ़ाने के लक्ष्य के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
राम
वार्ता