कुआलालम्पुर, 14 अक्टूबर (वार्ता) इंडियन सुपर लीग को 2019-2020 सत्र से भारत की शीर्ष फुटबॉल लीग बनाने का प्रस्ताव दिया गया है।
एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) ने एक बयान में यह जानकारी दी है। एएफसी के महासचिव दातो विंडसर जान ने कुआलालम्पुर में बुलाई एक बैठक में कहा, “भारतीय फ़ुटबाल को आगे ले जाने की दिशा में हर किसी को मिलकर काम करना होगा और भारतीय क्लब फुटबॉल के विकास के लिए सही फैसले लेने होंगे।”
जान ने भारतीय फुटबॉल के विकास के लिए रोडमैप पेश करते हुए कहा, “भारत में फुटबॉल के विकास में एएफसी हर कदम पर शामिल रहेगा और हमारा एक लक्ष्य एक लीग रहेगा। हमने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ एआईएफएफ को सूचित किया है कि शीर्ष लीग के लिए 10-12 टीमें काफी नहीं हैं और यह लीग इससे बड़ी होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “भारतीय क्लब खेल के विकास में हर किसी आईएसएल, आई लीग क्लब, एआईएफएफ और एएफसी सभी ने सहयोग दिया है। मुझे विश्वास है कि यदि इस रोडमैप पर आगे विचार किया गया तो भारतीय फुटबॉल को इसका फायदा होगा।”
एआईएफएफ के महासचिव कुशल दास ने कहा, “अब हमारे सामने एक रोडमैप है जो भारतीय क्लब फुटबॉल को सर्वश्रेष्ठ मौका देता है। मैं एएफसी और उसके महासचिव को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमारी सबसे बड़ी समस्या का समाधान निकालने के लिए यह प्रस्ताव पेश किया है। भारत एशियाई फुटबॉल के लिए महत्वपूर्ण है।”
कुशल दास ने बताया कि इन प्रस्तावों को एएफसी की कार्यकारी समिति और एआईएफएफ की कार्यकारी समिति में पेश किया जाएगा। प्रस्ताव के अनुसार आईएसएल चैंपियन को एएफसी चैंपियंस लीग में प्लेऑफ स्थान में खेलने का मौका मिलेगा जबकि आई लीग चैंपियन एएफसी कप में खेलेगा।
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