राज्य » उत्तर प्रदेशPosted at: Jul 2 2019 1:57PM अनुसूचित जाति और पिछड़ी जातियों को दिया जाये आबादी के अनुपात में आरक्षण: मायावती
लखनऊ 02 जुलाई(वार्ता) बहुजन समाज पार्टी(बसपा) अध्यक्ष मायावती ने अनुसूचित जाति तथा पिछड़ी जातियों को आबादी के अनुपात में आरक्षण दिये जाने की मांग करते हुये कहा कि संविधान की असली मंशा इन्ही वर्गों के लोगाें को आरक्षण के माध्यम से देश की मुख्यधारा में लाने की रही है।
सुश्री मायावती ने मंगलवार का यहां पार्टी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बुन्देलखण्ड क्षेत्र के वरिष्ठ पदाधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि आरक्षण की सीमा को 50 प्रतिशत से बढ़ाया जा रहा है। अनुसूचित जाति तथा पिछड़ी जातियों को आबादी के अनुपात में आरक्षण मिलना चाहिये। उन्होंने कहा कि संविधान की असली मंशा इन्ही वर्गों के लोगाें को आरक्षण के माध्यम से देश की मुख्यधारा में लाने की रही है। उन्होंने कहा कि आरक्षण के असली हकदार अनुसूचित जाति/ अनुसूचित जनजाति तथा पिछड़े वगों के लोग पहले की तरह ही आज भी उपेक्षा का शिकार बने हुए हैं।
बसपा अध्यक्ष ने पदाधिकारियों के साथ सर्वसमाज में जनाधार को बढ़ाने के लिए गत माह नई दिल्ली की बैठक में दिये गये नये दिशा-निर्देंशों के क्रम में प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की। बैठक में ज़िलेवार समीक्षा करने के दौरान अब तक की कमियाें को देखते हुये नये ज़रूरी दिशा-निर्देंश भी दिये।
भंडारी
जारी वार्ता