नयी दिल्ली 09 सितम्बर (वार्ता) कृषि राज्य मंत्री परषाेत्तम रुपाला ने राष्ट्रीय राजधानी के आसपास के राज्यों में फसलों के अवशेष जलाने से प्रदूषण में मामले में आई कमी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए किसानों से और सहयोग करने की अपील की ताकि ऐसी घटनाएं नहीं हो ।
श्री रुपाला ने आज यहां कृषि मंत्रालय की ओर से पराली प्रबंधन पर राष्ट्रीय किसान सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि वर्ष 2016 और 2017 की तुलना में वर्ष 2018 में पंजाब , हरियाणा , पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली में फसलों के अवशेंष जलाने की घटनाओं में 15 प्रतिशत से 41 प्रतिशत की कमी आई है । उन्होंने कहा कि इस मामले में जिन किसानों ने बेहतर काम किया है उसे अन्य किसानों के साथ साझा किया जाना चाहिए ।
इन चारो राज्यों में मशीनों से फसलों के अवशेष को मिट्टी में मिलाने की 1151.80 करोड् रुपये की लागत से एक योजना कार्यान्वित की जा रही है । इसके लिए केन्द्र सरकार पूरी राशि उपलब्ध करा रही है । वर्ष 2018.. 19 के दौरान पंजाब , हरियाणा , उत्तर प्रदेश और दिल्ली को 584.33 करोड़ रुपये जारी किये गये थे जिससे इन राज्यों में अनुदानित दर पर 32570 मशीने किसानों को उपलब्ध करायी गयी । इसके अलावा कस्टमर हायरिंग केन्द्रों में 7960 मशीने उपलब्ध करायी गयी है जहां से किसान किराये पर मशीने ले सकते है । सम्मेलन के दौरान पंजाब , हरियाणा और उत्तर प्रदेश के 20 किसानों को फसलों के अवशेष प्रबंधन करने और इसके लिए किसानोें को प्रेरित करने के लिए पुरस्कृत किया गया । श्री रुपाला ने इस अवसर पर सीएचसी फार्म मशीनरी ऐप जारी किया । इससे किसानों को पता चलेगा कि 50 किलोमीटर के दायरे में कस्टमर हायरिंग केन्द्र में कौन कौन सी मशीनें हैं जिसे वे किराये पर ले सकते हैं । अरुण सत्या
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