नयी दिल्ली,11 दिसंबर (वार्ता) यात्री जलयान एमवी गंगा विलास के साथ दुनिया की सबसे लंबी नदी क्रूज यात्रा के शुभारंभ की पूर्व संध्या पर संस्कृति मंत्रालय द्वारा गुरुवार को वाराणसी में सांस्कृतिक कार्यक्रम 'सुर सरिता-सिम्फनी ऑफ गंगा' का आयोजन किया जा रहा है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर में आयोजित इस कार्यक्रम में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस क्रूज को शुक्रवार को 51 दिन की यात्रा पर रवाना करेंगे और यह बंगलादेश के रास्ते असम तक पहुंचेगा। इसे देश में नदी परिवहन को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।
संस्कृति मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार इस क्रूज एमवी गंगा विलास के प्रस्थान की पूर्व संध्या पर कल काशी में सुर सरिता-सिम्फनी ऑफ गंगा' प्रख्यात गायक शंकर महादेवन अपनी प्रस्तुति देंगे। संगीत कार्यक्रम के दौरान गंगा विलास क्रूज में यात्रा करने वाले पर्यटकों और अन्य गणमान्य लोग सुर तरंगिनियों का आनंद लेने के साथ-साथ, मां गंगा के महत्व तथा उनके प्रति अपनी जिम्मेदारियों से भी परिचित होगें। यह सुर संध्या यह अहसास कराएगा की माँ गंगा कैसे हर भारतीय तथा संपूर्ण मानवता के लिए है एक देवी के रूप में पूजनीय है।
गंगा विलास क्रूज 51 दिनों की यात्रा में उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगलादेश और असम को पार करेगा। इन जगहों पर नदी से जुड़ी पौराणिक कथाओं और किंवदंतियों का अपना इतिहास रहा है। इसको देखते हुए इस संगीत कार्यक्रम में अलग-अलग राज्यों से अलग-अलग फ्लेवर देने के लिए गानों को चुना गया है। असम, बिहार और बंगाल के लोक संगीतकार गंगा, यमुना और ब्रह्मपुत्र नदियों को श्रद्धा भाव प्रदर्शित करने के लिए लोकप्रिय गायक शंकर महादेवन के साथ शामिल होंगे। तकरीबन एक घंटे के शो का समापन शंकर महादेवन की ’कर्तव्य गंगा’ की स्तुति के साथ होगा।
’कर्तव्य गंगा’ नदी देवी से वादा करता है कि हर भारतवासी हमेशा उसकी देखभाल करेगा। उसके जल की रक्षा के लिए हम सबलोग सब कुछ करेंगे जैसे वह हमेशा हमारी रक्षा करती रही है। कार्यक्रम के दौरान ऑडियो-विजुअल प्रस्तुति के माध्यम से नदी और उसकी चिरस्थायी प्रासंगिकता को प्रदर्शित किया जाएगा।
मनोहर.श्रवण
वार्ता