बेंगलुरु, 22 अप्रैल (वार्ता) कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों और बयानों पर चिंता जताई है।
श्री शिवकुमार ने इस बात पर जोर दिया कि देश के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री ने संविधान को बनाए रखने की शपथ ली है, जो समानता और निष्पक्षता के सिद्धांतों को स्थापित करता है। उन्होंने सोमवार को यहां मीडियाकर्मियों से कहा, "प्रधानमंत्री को पता होना चाहिए कि उन्होंने संविधान की शपथ ली है। देश के प्रमुख के रूप में उन्हें बिना किसी भेदभाव के सभी लोगों के साथ समान व्यवहार करना चाहिए। देश और दुनिया भर में विभाजनकारी संदेश भेजना अनुचित है और इससे नकारात्मक संदेश जाता है।"
वह कांग्रेस पार्टी के घोषणा पत्र के वादों के खिलाफ श्री मोदी की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे।
गौरतलब है कि श्री मोदी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी ऐसी नीतियों को लागू करने का इरादा रखती है जो अचल संपत्ति और महिलाओं के सोने को जब्त कर लेगी और उन्हें विभिन्न समूहों में वितरित कर देगी। उन्होंने कहा, "वे महिलाओं का सोना छीनकर लोगों में बांटना चाहते हैं। जब कांग्रेस सत्ता में थी, तब श्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि हमारे संसाधनों पर पहला अधिकार मुसलमानों का है। वे आपका मंगल सूत्र भी नहीं छोड़ेंगे। वे ले लेंगे। अपना धन उन लोगों को दे दो, जिनके अधिक बच्चे हों। "
उन्होंने कहा, "अवैध अप्रवासियों को... वे उन्हें मुसलमानों को वितरित करेंगे, जिनके बारे में उन्होंने कहा था कि संसाधनों पर उनका पहला अधिकार है। वे इस हद तक जाएंगे कि वे आपके मंगल सूत्र को भी नहीं छोड़ेंगे।"
श्री मोदी ने ये बयान रविवार को राजस्थान के जालौर और बांसवाड़ा में चुनावी रैलियों में दिए थे।
संतोष, यामिनी
वार्ता